मिनी सचिवालय परिसर में रेहड़ी माफिया का कब्जा
मिनी सचिवालय कांप्लेक्स में नाजायज कब्जों की भरमार है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : मिनी सचिवालय कांप्लेक्स में नाजायज कब्जों की भरमार है। पूरे कांप्लेक्स में जहां तहां खाने पीने व अन्य सामान बेचने की रेहड़ियां व स्टाल बिना प्रशासन की कोई अनुमति लिए लगाए गए हैं। जिनमें कई बाबू लोगों की मिलीभगत है।
वहीं, कुछ वकील नेता भी इस नाजायज कारोबार में रेहड़ी माफिया को नाजायज रूप से चला रहे हैं। कांप्लेक्स के पीछे तो बाकायदा जगह पर कब्जा करके एक चौपाटी बना दी गई है। जहां खाने-पीने की दर्जनों दुकानें सरेआम चलाई जा रही हैं, जबकि मिनी सचिवालय कांप्लेक्स में कहीं भी बिल्डिंग ब्रांच व नाजर ब्रांच की मंजूरी के बगैर न तो कोई कंस्ट्रक्शन की जा सकती है और न ही स्थायी व अस्थायी रूप से कोई भी दुकान या कमर्शियल काम किया जा सकता। ऐसा करने के लिए प्रशासन की और से बाकायदा निलामी होनी बेहद जरूरी है। ऐसा प्रदेश सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार ही किया जा सकता है। देखने की बात यह है कि इन रेहड़ियों को सालों से कौन संरक्षण दे रहा है। एक रेहड़ी संचालक ने नाम पर छापने की शर्त पर बताया कि वो हर रोज रेहड़ी लगाने के लिए 500 रुपये देता है, जबकि कुछ अन्य उससे ज्यादा भी भुगतान कर रहे हैं। --कोट्स, --
यह मेरे ध्यान में नहीं है। मै उसे चेक करवाऊंगा। अगर यह सही है तो ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीसी वरिदर शर्मा।