लुधियाना के जगराओं में तेज हवाओं व बारिश से गेहूं की फसल गिरी, किसानों की बढ़ी चिंता
लुधियाना के जगराओं में मंगलवार देर शाम तेज हवाओं बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता को बढ़ा दी है। सुबह किसानों ने अपने खेतों में फसल को देखने का रूख किया तो फसल पूरी तरह से गिरी थी। बारिश से किसानों का 50 से 75 प्रतिशत नुकसान हुआ है।
जगराओं [बिंदु उप्पल]। लुधियाना के जगराओं में मंगलवार देर शाम तेज हवाओं, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता को बढ़ा दी है। क्याेंकि फसल पकने को पूरी तरह तैयार है और अधिक गेहूं की फसल सुनहरी और पूरी तरह सूख चुकी है और कुछेक फसल अभी हरी है। ऐसे में बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है और बारिश के बाद सुबह किसानों ने अपने खेतों में खड़ी फसल को देखने का रूख किया तो फसल पूरी तरह से गिरी हुई थी। गांव बडै़च तुगल ब्लाक सुधार के किसान मनदीप सिंह ने बताया कि तेज हवाओं के कारण गेहूं की फसल पूरी तरह बिछ गई है और किसानों का 50 से 75 प्रतिशत नुकसान हुआ है जिसकी वजह है पक्की फसल की बलिया गिर जाना और बिछ जाना है।
किसान मनदीप सिंह ने कहा कि यदि सरकार गेहूं की सरकारी खरीद 1 अप्रैल से शुरू कर देती तो यह मौसम से प्रभावित होने वाली फसल गिरने से बच सकती थी। इस संबंध में ब्लाक खेतीबाड़ी अफसर जगराओं डा. गुरदीप सिंह ने बताया कि देर शाम को हुई बारिश, तेज हवाओं व ओलावृष्टि से तैयार फसल को चार से पांच प्रतिशत नुकसान हुआ है। क्योंकि अधिकतर किसानों की फसल पूरी तरह पक गई थी और तैयार फसल बारिश व तेज हवाओं से बिछ गई है।
उन्होंने किसानों को अपील की है कि जिन्होंने गेंहू की फसल को आखिरी पानी लगाना है वो मौसम को देखते हुए पतला पानी लगाएं। वहीं इस संबंध में डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर पंजाब डा. बलदेव सिंह नार्थ ने कहा कि तेज हवाओं से फसल गिरी है लेकिन अधिक नुकसान होने का डर नहीं है। उन्होंने किसानों को अपील की है कि वे फसल की कटाई उस समय करें जब फसल पूरी तरह सूख जाएं। और सूखी फसल को ही मंडियों में लेकर आए।