धूप निकलने से किसानों के चेहरों पर लौटी रौनक, 25 फरवरी तक साफ रहेगा मौसम
पंजाब में शुक्रवार को तीन दिन की बारिश और बादल छंटने के बाद धूप खिली तो किसानों के चेहरे भी खिल उठे।
जेएनएन, लुधियाना। पंजाब में शुक्रवार को तीन दिन की बारिश और बादल छंटने के बाद धूप खिली तो किसानों के चेहरे भी खिल उठे। घंटों की धूप के बाद जब खेतों में से नमी गायब हुई, तो आलू की खेती करने वाले किसानों ने लेबर लगाकर आलू की खुदाई शुरू करवा दी, क्योंकि लगातार हो रही बारिश की वजह से खेतों में नमी बढ़ने से आलू की फसल खराब हो रही थी। पंजाब में करीब 1.04 लाख हेक्टेयर रकबे में आलू की खेती की जा रही है। आलू की खुदाई का काम देर शाम तक चलता रहा।
उधर धूप का फायदा सब्जियों लगाने वाले किसानों ने भी उठाया। भिंडी, करेला, मैंथा, मक्की व बसंत ऋतु की मूंग उगाने वाले किसानों ने इन सब्जियों की बिजाई की। गेहूं की खेती करने वाले किसान भी धूप को देखकर खुश दिखे। गेहूं के लिए धूप संजीवनी से कम नहीं थी। कृषि विशेषज्ञ डॉ. सुखपाल सिंह ने कहा कि बारिश की वजह से पंजाब में हर फसल को नुकसान पहुंचा है। किसी जगह फसल को कम नुकसान हुआ है, तो कहीं ज्यादा। आलू उत्पादक किसानों के लिए धूप तो किसी वरदान से कम नहीं। डॉ. सुखपाल सिंह के अनुसार मौसम विभाग ने 25 फरवरी तक खुलकर धूप निकलने की संभावना जताई है। हालांकि, 26 फरवरी के बाद फिर से वेस्टर्न डिस्टर्बेस के एक्टिव होने से बारिश की संभावना बन रही है। ऐसे में किसानों को यही सलाह होगी कि वह इन तीन दिनों में आलू की खुदाई करवाकर और धूप लगवाकर उसे जल्द कोल्ड स्टोर में रखवा दें या फिर मंडी में बेच दें। जिन्होंने कद्दू जाति की सब्जियों के बीज लगाने हैं, वह भी बिजाई निपटा लें।