कहने को जल विभाग, नहीं पीने को साफ पानी
जगराओ स्थानीय जल बोर्ड कार्यालय कहने को तो सभी को जल सप्लाई करता है लेकिन खुद के कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों के पास साफ पानी पीने का प्रबंध नही है। यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों को पीने के लिए घर से पानी लेकर आने को मजबूर है। दिन भर काम करने वाले कर्मचारियों को साफ-शुद्ध पानी के लिए लगा आरो वाटर दिखाने की चीज बना है। यह कहना है जगराओं विधायक सरबजीत कौर मानूके का। सोमवार को विधायक मानूके ने जल बोर्ड विभाग का औचक निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, जगराओं
जल बोर्ड कार्यालय जगराओं कहने को तो सभी को जल सप्लाई करता है, लेकिन खुद के कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों के पास साफ पानी पीने का प्रबंध नहीं है। यहां पर काम करने वाले कर्मचारी पीने के लिए पानी घर से लाने को मजबूर हैं। यहां कार्यरत कर्मचारियों को साफ-शुद्ध पानी के लिए लगा आरो वाटर दिखावा मात्र है। यह कहना है जगराओं विधायक सरबजीत कौर मानूके का। सोमवार को विधायक मानूके ने जल बोर्ड विभाग का औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान विधायक मानूके ने सबसे पहले कर्मचारियों की उपस्थिति चेक की। जिसमें केवल दो क्लर्क ही उपस्थित थे। उन्होंने क्लर्को से जब किसी परेशानी के बारे में पूछा, तो पता चला कि यहां पर लगा आरो दो माह से खराब पड़ा है। इसे पहले भी कर्मचारियों ने खुद अपने खर्च पर ठीक करवाया था। इसके अतिरिक्त यहां लगे बिजली के मीटर की हालत भी चिंताजनक है। इसमें लटकती बिजली की तारों से कोई भी अनहोनी हो सकती है।
इस बारे में प्रदेश सरकार व जल बोर्ड विभाग की कमियों पर अपना रोष प्रकट करते हुए विधायक सरबजीत कौर मानूके ने कांग्रेस सरकार को इसके लिए कोसा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपने सरकारी विभागों की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती, तो आम जनता की जरूरतों को कैसे पूरा करेगी।
उधर, 'दैनिक जागरण' ने जब इस बारे में जल बोर्ड विभाग के एसडीओ विजय कुमार से पूछा, तो उन्होंने कहा कि विभाग को सरकार ने अपनी बिल्डिंग तक नहीं दी है। यह डाइट हॉस्टल में कार्यालय भी जगराओं एसडीएम डॉ. बलजिदर सिंह ढिल्लों के कारण मिला है। उन्होंने कहा कि वह विभाग की कमियों को जल्द दुरस्त करवाएंगे।