सुनील जाखड़ के दौरे पर लाल बत्ती के बगैर भी हावी रहा वीआईपी कल्चर
सीएम बनते ही कैप्टन ने लाल कल्चर खत्म करने के लिए गाड़ियों से लाल बत्ती हटवाई थी। लेकिन लाल बत्ती के बगैर भी वीआईपी कल्चर लोगों पर हावी है और उन्हें परेशानी हो रही है।
लुधियाना, [अर्शदीप समर]। कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सबसे पहला फैसला पंजाब में वीआइपी कल्चर खत्म करने का लिया था। इसके बाद नेताओं की गाड़ियों पर लाल बत्ती लगाने पर पाबंदी लगा दी गई। नेताओ ने इस निर्देश को मान भी लिया, लेकिन वीआइपी बनने के लिए दूसरे तरीके अभी भी जारी हैं।
शनिवार को पंजाब कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ के पहले दौरे के दौरान भी कुछ ऐसा ही महसूस किया गया। इस दौरान किसी भी नेता ने गाड़ी पर लाल बलाी नही लगाई हुई थी। लेकिन जाखड़ के स्वागत के लिए पूरा शहर अवैध होर्डिंग से पटा हुआ था।
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जाखड़ को लेने पहुंचे कांग्रेसियों का काफिला इतना बढ़ा था कि वीआइपी कल्चर साफ झलक रहा था। काफिले के चलते कई जगहों पर जाम भी लगा। जिससे लोगों को खासी परेशानी हुई। इस बारे मे जब सुनील जाखड़ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वीआइपी कल्चर खत्म हो चुका है और उन्होंने गाड़ी पर लाल बत्ती नही लगाई है, यह जनता का सम्मान है।
निगम चुनाव से पहले कार्यकर्ताओ मे भरा जोश
गुरु नानक भवन मे समारोह के दौरान जाखड़ ने नगर निगम चुनाव से पहले कार्यकतार्ओ मे जोश भी भरा। उन्होंने कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनी। कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओ ने कहा कि अभी भी उन्हे पार्टी मे सम्मान नही मिल पा रहा है। इस पर जाखड़ ने हर कार्यकर्ता को पूरा सम्मान दिलवाने का आश्र्वासन दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव मे कांग्रेस पार्टी विस चुनाव की तरह एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी।
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यूथ और महिला कांग्रेस ने मांगी निगम चुनाव में सीटें
जिला यूथ कांग्रेस के प्रधान राजीव राजा और जिला महिला कांग्रेस की प्रधान लीना टपारिया समारोह मे जाखड़ से मिली। उन्होंने यूथ कांग्रेस और महिला कांग्रेस के नेताओं के लिए नगर निगम चुनाव मे सीटे मांगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव मे यूथ कांग्रेस और महिला कांग्रेस ने अहम भूमिका निभाई है। इसलिए उन्हें नगर निगम चुनाव मे सीटें देनी चाहिए। नगर निगम चुनाव में टिकटों का दावा करने वाले नेताओं ने भी शक्ति प्रदर्शन कर अपने-अपने आकाओं को खुश किया।