सेवा केंद्र में कटी दो लोगों की जेब, सीसीटीवी फुटेज के लिए भगाते रहे
मिनी सचिवालय के सेवा केंद्र में अगर आप कोई काम करवाने के लिए जा रहे हैं तो जरा अपना पर्स संभाल कर रखें। इन दिनों वहां पर जेबकतरे सक्रिय हैं। आए दिन लोगों की जेब कट रही है। वहीं अगर आप केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मांगेंगे तो अधिकारी आपको फुटबाल बनाकर इधर से उधर ही भगाते रहेंगे।
राजेश शर्मा, लुधियाना
मिनी सचिवालय के सेवा केंद्र में अगर आप कोई काम करवाने के लिए जा रहे हैं तो जरा अपना पर्स संभाल कर रखें। इन दिनों वहां पर जेबकतरे सक्रिय हैं। आए दिन लोगों की जेब कट रही है। वहीं अगर आप केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मांगेंगे तो अधिकारी आपको फुटबॉल बनाकर इधर से उधर ही भगाते रहेंगे। केंद्र में पिछले 5 दिनों में दो घटनाएं हो चुकी हैं। जेबकतरे ने दो लोगों को शिकार बनाया। पर बाद में उनका ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज हाल नंबर एक के टॉयलेट में फेंक दिए। हालांकि किसी के बताने पर वे पीड़ितों को बाद में मिल भी गए। पर उनके पैसे तो चोरी हो गए। आरसी ट्रांसफर करवाने आए थे किसी ने सेवा केंद्र भेज दिया इतने में ही कट गई जेब
गांव रणिया के बलबीर सिंह बेटी के स्कॉलरशिप सर्टिफिकेट के लिए सोमवार को मिनी सचिवालय के सेवा केंद्र में आए थे। तब वहां किसी ने उनकी जेब साफ कर दी। उनके पर्स में चार हजार रुपये के अलावा, आरसी, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस सहित कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। बलबीर ने अधिकारियों से सीसीटीवी की फुटेज मांगी पर उन्हें एक काउंटर से दूसरे काउंटर पर भगाया जा रहा था। मंगलवार को वह फुटेज लेने ही आए थे। तभी वहां गांव रंगोवाल के सुरजीत सिंह भी पहुंच गए। उनकी जेब 16 अक्टूबर को इसी सेवा केंद्र में कट गई थी। बकौल सुरजीत सिंह उन्होंने गाड़ी की आरसी ट्रांसफर करवानी थी। किसी ने उन्हें सेवा केंद्र भेज दिया। वहां पूछताछ के दौरान ही उनकी जेब कट गई। तब से सुरजीत सिंह सीसीटीवी फुटेज के लिए सेवा केंद्र के चक्कर पर चक्कर लगा रहे है। हाल नंबर एक के टॉयलेट से मिले दस्तावेज
सीसीटीवी फुटेज के लिए बलबीर सिंह व सुरजीत सिंह सेवा केंद्र में भटक रहे थे। वह अपने पर्स को भी इधर-उधर तलाश कर रहे थे। तभी किसी ने बताया कि हॉल नंबर एक के टॉयलेट में कुछ दस्तावेज गिरे हुए हैं। वहां पहुंचकर दोनों को अपने-अपने दस्तावेज तो मिल गए पर पर्स व पैसे नहीं थे। सुरजीत ने बताया कि उन्होंने कार खरीदी थी जिसे अपने नाम ट्रांसफर करवाना था। पर्स चोरी होने पर वह इसकी शिकायत दर्ज करवाने पुलिस के पास पहुंचे लेकिन उन्होंने यह कहकर वापस भेज दिया कि अभी आरसी आपके नाम पर ट्रांसफर ही नहीं हुईइस लिए शिकायत भी वहीं दर्ज करवा सकता है जिसके नाम पर आरसी हो। आवेदकों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के लिए सेवा केंद्र में उन्हें एक टेबल से दूसरे टेबल पर भगाया जाता रहा। सीसीटीवी फुटेज देना हमारे अधिकार में नहीं : कोआर्डिनेटर
सेवा केंद्र के कोआर्डिनेटर साहिल अरोड़ा से जब सेवा केंद्र में लगे सीसीटीवी की फुटेज पीड़ितों को नहीं दिए जाने संबंधी पूछा तो उन्होंने कहा कि फुटेज देना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इसके लिए जिला प्रशासन से संपर्क करना पड़ेगा। यह उन्होंने आवेदकों को बता दिया था।