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बैंस के स्टिंग में वेरका मिल्क प्लांट के दूध में फैट निकली कम

लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने वेरका मिल्क प्लांट का स्टिंग कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Jun 2018 10:45 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jun 2018 10:45 AM (IST)
बैंस के स्टिंग में वेरका मिल्क प्लांट के दूध में फैट निकली कम
बैंस के स्टिंग में वेरका मिल्क प्लांट के दूध में फैट निकली कम

राजेश शर्मा, लुधियाना

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लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने वेरका मिल्क प्लांट का स्टिंग कर दिया। मंगलवार सुबह 11:37 बजे बैंस दूध की गुणवत्ता जांचने अपना टेक्नीशियन लेकर फिरोजपुर रोड स्थित वेरका मिल्क प्लांट पहुंचे। मार्केटिंग मैनेजर अमरजीत सिंह को साथ लेकर प्लांट की लैब में पहुंचे। लैब इंचार्ज आरके शर्मा की उपस्थिति में बैंस के टेक्नीशियन ने वेरका दूध के पैकेट की फैट जांची तो पैकेट पर लिखी मात्रा 4.5 की बजाए फैट 4.1 निकली फीसद ही निकली।

बैंस की मौजूदगी में खामोश खड़े वेरका मिल्क प्लांट के अधिकारियों ने उनके लैब से निकलते ही जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि टेक्नीशियन का तरीका सही नहीं था। इसे लैब में रखी एक करोड़ की लागत वाली टेस्टिंग मशीन में जांचा जाना चाहिए था। वेरका के जनरल मैनेजर हरविंदर सिंह संधू ने दूध में कम फैट से इंकार किया है। पिछले 15 दिन में कई बार करवाई जाच, हर बार फैट निकली कम

विधायक बैंस ने दावा किया कि 15 दिनों से वह प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित वेरका मिल्क प्लांट से ही दूध मंगवाकर उन्हीं की लैब से जांच करवा रहे थे। सभी दूध के सैंपल में फैट कम ही निकली। इसकी रिपोर्ट की पर्चियां भी उनके पास मौजूद हैं। लुधियाना प्लांट से करवाई गई जांच की रिकॉर्डिग का दावा भी बैंस ने किया। यह 200 करोड़ प्रति वर्ष का घोटाला: बैंस

बैंस के मुताबिक कम मात्रा की फैट के दूध की कीमत प्रति किलो 5 रुपये कम होनी चाहिए। उनका दावा है कि पंजाब में प्रति दिन दस लाख 75 हजार लीटर दूध वेरका बेचता है। कम फैट की वजह से अगर 5 रुपये प्रति लीटर अधिक चार्ज किया जाता है तो प्रति वर्ष 193 करोड़ की चपत उपभोक्ताओं को लग रही है। बैंस का टेक्नीशियन, रिपोर्ट भी उनकी, बात हजम नहीं होती

वेरका ने कभी भी क्वालिटी से समझौता नहीं किया। दूध में उतनी ही फैट है जितनी पैकेट पर लिखी है। बैंस के आरोप निराधार हैं। उनका प्लांट की लैब में बिना इजाजत घुसना भी गलत है। उन्हीं के टेक्नीशियन ने अपने तरीके से जांच की व खुद ही रिपोर्ट भी दे दी। जब उन्हें टेस्टिंग मशीन में जांच करवाने के लिए कहा गया तो वह माने नहीं। मीटिंग के सिलसिले में मैं सुबह 8.30 बजे ही चंडीगढ़ गया था। मेरी अनुपस्थिति में ही यह सारा घटनाक्रम हुआ।

हरविंदर सिंह संधू, जीएम, वेरका मिल्क प्लांट

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बैंस से मार्केटिंग मैनेजर बोले- आज जीएम नहीं है आप कल आना

ज्यों ही विधायक सिमरजीत सिंह बैंस वेरका मिल्क प्लांट पहुंचे उन्होंने जीएम के बारे में पूछा। मार्केटिंग मैनेजर अमरजीत सिंह ने उन्हें कार्यालय में बिठाते हुए बताया कि जीएम नहीं हैं। मीडिया कर्मियों की मौजूदगी के चलते वह बैंस को बाहर बुलाने लगे। इस पर बैंस ने कह दिया कि आप मेरे कान में बता दो। मार्केटिंग मैनेजर ने कान में कुछ फुसफुसा दिया। मीडिया कर्मियों ने पूछा तो बैंस ने बता दिया कि वह कह रहे हैं कि आज जीएम नहीं हैं आप कल आ जाना।

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एक-एक करोड़ की दो टेस्टिंग मशीने हैं प्लांट की लैब में

वेरका मिल्क प्लांट की लैब में एक-एक करोड़ की कीमत वाली दो टेस्टिंग मशीनें हैं। बैंस ने इनके रखरखाव पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी महंगी मशीनों की हालत अगर ऐसी कर रखी है तो फिर प्लांट के हालात कैसे होंगे। जबकि लैब इंचार्ज आरके शर्मा ने कहना है कि विधायक के टेक्नीशियन ने मैनुयली फैट की जांच की है। अगर इन मशीन में जांच होती तो सही रिपोर्ट पता चल जाती।


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