वेटरनरी यूनिवर्सिटी को टॉप रैंकिंग दिलाने वाले वीसी डॉ. नंदा का कार्यकाल खत्म
गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. अमरजीत ¨सह नंदा का कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो गया।
जासं, लुधियाना : गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. अमरजीत ¨सह नंदा का कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो गया। वह चार साल तक वीसी के पद पर रहे। सूत्रों की मानें तो डॉ. नंदा के वाइस चांसलर के कार्यकाल को अब नहीं बढ़ाया जाएगा। हालांकि कार्यकाल को बढ़वाने को लेकर कोशिशें की गई थीं। सूत्रों के मुताबिक जब तक नए वीसी का चुनाव नहीं हो जाता, तब तक कार्यकारी वीसी का कार्य किसी वरिष्ठ आइएएस अधिकारी को दिया जा सकता है। इसके लिए फिलहाल गृह विभाग के सचिव एनएस कलसी का नाम सामने आ रहा है। यह भी पता चला है कि सरकार द्वारा वेटरनरी यूनिवर्सिटी के नए वीसी के चुनाव को लेकर मीटिंग बुलाई गई है जिसमें नए वीसी के चयन को लेकर चर्चा होगी।
गौरतलब है कि अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार ने 16 फरवरी 2015 को डॉ. अमरजीत नंदा को वेटरनरी यूनिवर्सिटी का वीसी नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह जबलपुर वेटरनरी यूनिवर्सिटी के वीसी रह चुके हैं। इसके अलावा वह दिल्ली में पशु पालन कमिश्नर भी रहे हैं। उन्होंने यूनाइटेड नेशन में भी सालों तक अपनी सेवाएं दी, जहां वह 18 देशों में पशु पालन से संबंधित रिसर्च के प्रोजेक्टों को चलाते थे। डॉ. नंदा के नेतृत्व में मिली ये उपलब्धियां
यहां बता दें कि डॉ. नंदा के नेतृत्व में वेटरनरी यूनिवर्सिटी ने टी¨चग, रिसर्च और विकास के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। पिछले साल आइसीएआर की रैं¨कग में वेटरनरी यूनिवर्सिटी को राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में पहला स्थान प्राप्त हुआ था। आइसीएआर के अंतर्गत आती सभी संस्थाओं में तीसरा स्थान प्राप्त किया। मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स की ओर से जारी की गई 900 यूनिवर्सिटियों की रैं¨कग में वेटरनरी यूनिवर्सिटी को 50वां रैंक मिला था। इसके लिए राष्ट्रपति ने डॉ. नंदा को सम्मानित भी किया था। यूनिवर्सिटी ने तमाम उपलब्धियां अपने बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट, फैकल्टी स्ट्रेंथ, रिसर्च प्रोजेक्ट, स्टूडेंट अचीवमेंट, रिसर्च पब्लिकेशन व फैकल्टी को फैलोशिप की बदौलत हासिल कीं। डॉ. नंदा के नेतृत्व में इन चार साल में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में पशु पालन क्षेत्र को बढ़ावा दिया गया। यूनिवर्सिटी को शिखर पर ले जाना ही था लक्ष्य: डॉ. नंदा
जब डॉ. नंदा से बात की तो उन्होंने कहा कि शुक्रवार को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया। उन्हें नहीं पता कि सरकार उनके कार्यकाल को बढ़ाएगी या नहीं, लेकिन उन्होंने अपने अब तक के चार सालों के कार्यकाल में खुद को पूरी तरह से यूनिवर्सिटी को समर्पित किए रखा। यूनिवर्सिटी को शिखर पर ले जाना ही उनका लक्ष्य था। पूरा स्टाफ काफी समर्पित है जिससे कि यूनिवर्सिटी को काफी रिसर्च प्रोजेक्ट और श्रेष्ठ रैं¨कग मिली। इस समय यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के 88 रिसर्च प्रोजेक्ट चल रहे हैं। डॉ. नंदा ने कहा कि वह यही चाहेंगे कि जो भी नया वीसी आए, वह इस यूनिवर्सिटी को देश की नंबर एक यूनिवर्सिटी बनाए।