उत्तराखंड सरकार ने लोगों को लाने के लिए भेजीं आठ बसें, पहले ही पहुंच गए थे घर
शनिवार को लोगों को लाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने आठ भेजीं लेकिन इन बसों के लिए अब सवारियां की पूरी नहीं हो रही हैं।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब में जब कफ्यू व लॉकडाउन लगा तो दूसरे राज्यों के लोगों ने अपने घरों को जाना शुरू कर दिया। कर्फ्यू लगते ही कुछ घरों को चले गए। कर्फ्यू लगने के बाद बहुत से लोगों के कामकाज बंद हो गए और उनके पास घर जाने के सिवाय कोई और रास्ता नहीं बचा।
दूसरे राज्यों के लोगों की तरफ के घर जाने की मांग होने लगी तो प्रशासन ने रजिस्ट्रेशन करवाना शुरू कर दिया। उत्तराखंड से भी बहुत से लोग लुधियाना में फंसे थे। लगभग सात हजार के आसपास लोगों ने अपने गृह राज्य जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया।
शनिवार को लोगों को लाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने आठ भेजीं, लेकिन इन बसों के लिए अब सवारियां की पूरी नहीं हो रही हैं। इन बसों में 240 सवारियां भेजी जानी हैं, लेकिन घर जाने के लिए लोग नहीं मिल रहे हैं। यह बसें गिल रोड आइटीआइ कॉलेज में खड़ी हैं और लोगों का इंतजार किया जा रहा है।
उत्तराखंड सरकार व स्थानीय प्रशासन का तालमेल न होने के कारण समय पर लोगों के लिए वाहनों की व्यवस्था नहीं की गई। जिसकी वजह से ज्यादातर लोग अपने निजी वाहनों या टैक्सी के जरिए उत्तराखंड जा चुके हैं। अब जब बसें भेजी गई हैं तो उनमें जाने के लिए लोग नहीं मिल रहे हैं। गढ़वाल भ्रातृ मंडल के महासचिव मनोज शर्मा ने बताया कि जिसको भी फ़ोन कर रहे हैं वह पहले ही उत्तराखंड पहुंच चुका है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें