फैक्ट्री बंद होने पर बेरोजगार हुए मजदूरों को नहीं मिला वेतन
आर्थिक मंदी व दुनिया भर में फैले करोना वायरस के कारण माछीवाड़ा में जींस बनाने वाली इंडस्ट्री बंद हो गई थी।
संवाद सहयोगी, श्री माछीवाड़ा साहिब : आर्थिक मंदी व दुनिया भर में फैले करोना वायरस के कारण माछीवाड़ा में जींस बनाने वाली इंडस्ट्री बंद हो गई थी। इस कारण बेरोजगार हुए मजदूरों को मिल मालिकों द्वारा किए वादे अनुसार वेतन नहीं मिला जिस कारण वह घरों में रोजी-रोटी से भी मोहताज होकर बैठे हैं।
माछीवाड़ा के पास हाड़ियां अड्डे स्थित क्वार्टरों में किराये पर रहने वाले बेरोजगार हुए मजदूर अमित, मुन्ना, सन्नी, स्वर्ण, रतना, प्रीता, सुनीता, रोशन, विनय शर्मा, मितला आदि ने बताया कि फैक्ट्री द्वारा छुट्टी करने से एक महीने से वह अपने घर में बैठ कर जो कुछ पूंजी जमा थी उस से घर का गुजारा चला रहे थे। फैक्ट्री मालिकों ने मजदूरों से वादा किया था कि 25 मार्च तक उनके सारे पैसे बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे परंतु उन्हें 25 फीसद ही तनखवाह ही मिली जबकि बाकी राशि न मिलने के कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है।
मजदूरों ने कहा कि सरकार व प्रशासन द्वारा एलान किया जा रहा है कि कर्फ्यू के दौरान लोगों को फ्री राशन मिलेगा परंतु विधानसभा हलका साहनेवाल के क्षेत्र में कोई भी अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं आया। इन मजदूरों ने कहा कि सरकार व प्रशासन जहां फैक्ट्री मालिकों से उनका बाकी वेतन दिलवाए। इसके साथ ही सरकार द्वारा बांटा जा रहा फ्री राशन भी दें।
इस संबंधी फैक्ट्री के मालिकों ने बताया कि कई कामगारों को 60 फीसद वेतन दिया जा चुका है जबकि आज 25 फीसद खातों में ट्रांसफर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मजदूरों का बनता एक-एक रुपया हर हालत अदा किया जाएगा।