किसान मेला : आठ पशु पालक और चार किसानों को किया जाएगा सम्मानित
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय कैंपस में शुक्रवार से दो दिवसीय किसान व पशु पालन मेले का आज से होगा। इस बार दोनों मेलों में पदमश्री राम सारण वर्मा व एग्रीकल्चर फार्मर वेलफेयर के डायरेक्टर सुतंत्र कुमार बतौर मुख्यातिथि शामिल होंगे। किसान मेले का उद्घघाटन सुबह ग्यारह बजे होगा जबकि पशुपालन मेले का उद्घघाटन सुबह साढ़े ग्यारह बजे से होगा। फिरोजपुर रोड पर बन रहे फ्लाइओवर के चलते इस बार भी किसान गेट नंबर एक दो से मेले में दाखिल नहीं हो सकेंगे। पीएयू के गेट नंबर आठ व गेट नंबर पांच से ही मेले में एंट्री मिलेगी। दो दिवसीय किसान मेले में किसान धान की कम समय लेने वाली किस्मों के अलावा अन्य फसलों के बीज फलों व सबिजयों की पनीरी खरीद सकते हैं। पीएयू के सहयोगी निर्देशक बीज डा. तरसेम ढिल्लों ने बताया कि मेले में धान की नई किस्म पीआर 127 का बीज भी दिया जाएगा। यह किस्म पनीरी लगाने से लेकर पकने तक में 107 दिन लेती हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय कैंपस में 15 मार्च से दो दिवसीय किसान व पशु पालन मेले का आयोजन होगा। इस बार दोनों मेलों में पद्मश्री राम सारण वर्मा व एग्रीकल्चर फार्मर वेलफेयर के डायरेक्टर सुतंत्र कुमार बतौर मुख्यातिथि शामिल होंगे। किसान मेले का उद्घाटन सुबह ग्यारह बजे होगा, जबकि पशुपालन मेले का उद्घाटन सुबह साढ़े ग्यारह बजे से होगा। फिरोजपुर रोड पर बन रहे फ्लाइओवर के चलते इस बार भी किसान गेट नंबर एक, दो से मेले में दाखिल नहीं हो सकेंगे। पीएयू के गेट नंबर आठ व गेट नंबर पांच से ही मेले में एंट्री मिलेगी। दो दिवसीय किसान मेले में किसान धान की कम समय लेने वाली किस्मों के अलावा अन्य फसलों के बीज, फलों व सब्जियों की पनीरी खरीद सकते हैं। पीएयू के सहयोगी निदेशक बीज डॉ. तरसेम ढिल्लों ने बताया कि मेले में धान की नई किस्म पीआर 127 का बीज भी दिया जाएगा। इसके साथ-साथ और भी कई अन्य किस्मों का बीज उपलब्ध होगा। इसके अलावा फलों, फूलों व सब्जियों की पनीरी भी मिलेगी। मेले में पंजाब व हरियाणा के हजारों किसान शामिल होंगे।
वहीं दूसरी तरफ पशु पालन मेले में हर वर्ग, हर उम्र के लोगों की रुचि के अनुसार अलग-अलग तरह के उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। इस बार पशु पालन मेले का थीम उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाओ पशु पालन से लाभ कमाओ रखा गया है। मेले में जहां बच्चों की रुचि के लिए गाय, भैंसे, भेड़, बकरी, खरगोश व मछलियां जैसे जीव होंगे। इसके अलावा यूनिवर्सिटी के डेयरी साइंस व टेक्नोलॉजी कालेज, पशुधन उत्पाद टेक्नोलॉजी विभाग व फिशरीज कॉलेज द्वारा बनाए गए खाद्य पदार्थो को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इस मौके पर आठ पशु पालकों को भी सम्मानित किया जाएगा। जिसमें जिला तरनतारन के गांव काहलवां के पशु पालक गुरप्रीत सिंह, संगरूर के गांव लड्ढा के पशु पालक जगरूप सिंह, पटियाला के गांव खेड़ी मुसलमानी के मुर्गी पालक भूपिदर सिंह, संगरूर के गांव फुलेड़ा के बकरी पालक अमरीक सिंह व गांव किला हकीमा के मछली पालक सपिदर सिंह, रूपनगर के सूअर पालक अमनप्रीत सिंह को सम्मानित किया जाएगा। जबकि पशु उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाकर उसमें सफलता प्राप्त करने संबंधी कैटेगिरी में रोहित कामरा को सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी यूनिवर्सिटी के निर्देशक प्रसार शिक्षा डॉ. हरीश वर्मा ने दी।