उद्यमियों की फिर बढ़ेंगी मुश्किलें, पंजाब में आठ दिसंबर से ट्रकों का चक्का जाम करेंगे ट्रांसपोर्टर
पंजाब में किसान आंदाेलन के चलते दिल्ली और हरियाणा बार्डर पर किसानों के आंदोलन का असर पंजाब के उद्योगों पर पड़ने लगा है। उद्योगों को अपना सामान भेजना मुश्किल हो गया है। एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से किसानों की मांगें जल्द मानने की अपील की।
लुधियाना/जालंधर, जेएनएन। किसान आंदाेलन के चलते पंजाब के उद्यमियों की मुश्किलें फिर बढ़ सकती है। आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने आठ दिसंबर तक किसानों की मांगें नहीं मानीं तो ट्रांसपोर्टर पूर्ण रूप से चक्का जाम कर किसानों का संघर्ष में साथ देंगे।
चेयरमैन चरण सिंह लोहारा ने कहा है कि सर्वसम्मति से फैसला किया है कि जब तक किसानों का आंदोलन चलेगा ट्रांसपोर्ट कोई ट्रक नहीं चलाएंगे। वहीं जालंधर में हुई आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की बैठक में सदस्यों ने किसान आंदोलन को समर्थन देने की बात कही। एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से किसानों की मांगें जल्द मानने की अपील की।
पंजाब के 1500 से ज्यादा ट्रक दिल्ली के पास फंसे
किसान आंदाेलन के चलते दिल्ली और हरियाणा बार्डर पर किसानों के आंदोलन का असर पंजाब के उद्योगों पर पड़ने लगा है। उद्योगों को अपना सामान भेजना मुश्किल हो गया है। पंजाब के 1500 से ज्यादा ट्रक दिल्ली के पास और हरियाणा के पास फंस गए हैं। पहले से ही काेराेना वायरस के कारण उद्यमियाें काे परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। अब यदि ट्रांसपोर्टर चक्का जाम करते हैं ताे पंजाब की इंडस्ट्री काे बड़ा नुकसान हाेगा।
ट्रकों के साथ लोड सामान संभालना हो रहा मुश्किल
लुधियाना फरीदाबाद ट्रांसपोर्ट कंपनी के जगदीश सिंह जस्सोवाल के मुताबिक ट्रकों को भेजने में हमें परेशानी हो रही है। क्योंकि ट्रकों के साथ-साथ लोड माल की देखभाल करना भी मुश्किल हो रहा है। किसान आंदोलन का कुछ नहीं पता कब तक चलता है, ऐसे में हमने अभी दिल्ली रूट पर ट्रकों को नहीं भेजने का निर्णय लिया है।