बच्चों में नैतिक मूल्यों का होना बेहद जरूरी, पैरेंटिंग वर्कशॉप में अभिभावकों को दिए टिप्स Ludhiana News
वक्ता शिल्पी गिल ने कहा कि बच्चों में नैतिक मूल्यों का होना बेहद जरूरी है। एक अध्यापक और अभिभावक दोनों की ही जिम्मेदारी है कि वह बच्चों को इसकी समझ दे सके।
लुधियाना, जेएनएन। बेहतर पैरेंटिंग कैसे हो, कैसे छोटी उम्र में बच्चों को नैतिक मूल्यों के साथ जोड़ा जाए, इसकी जानकारी शनिवार को पैरेंटिंग वर्कशॉप में दी गई। इसका आयोजन ऑल लेडीज लीग और अर्ली चाइल्डहुड एसोसिएशन (ईसीए) की ओर से सराभा नगर के स्कूल में किया गया।
मुख्य वक्ता के तौर पर एजूकेशन आलकेमिस्ट, शिल्पी गिल प्रिंसिपल टीएसयूएस शामिल हुईं। ऑल लेडीज लीग की चेयरपर्सन शैली सूद और ईसीए के हेड शोभन सोई ने वक्ताओं, स्कूलों के अध्यापकों, अभिभावकों का स्वागत किया। सोनल आहुजा ने कहा कि हर किसी के पढ़ाने का ढंग अलग-अलग होता है, पर हर किसी को बच्चों के विचारों को ध्यान में रखकर उसे तैयार करना चाहिए। आठ साल तक की उम्र बच्चे के विकास की होती है। इस दौरान बच्चों को जो सिखाएंगे, वह वही करेगा। एक वीडियो क्लिप भी दिखाई गई।
वक्ता शिल्पी गिल ने कहा कि बच्चों में नैतिक मूल्यों का होना बेहद जरूरी है। एक अध्यापक और अभिभावक दोनों की ही जिम्मेदारी है कि वह बच्चों को इसकी समझ दे सके। इस दौरान पूर्व चेयरपर्सन दीक्षा आनंद ने नवनियुक्त चेयरपर्सन शैली सूद को वर्ष 2019-20 के लिए चार्ज दिया। इस दौरान ईसीए की ईशनीत शर्मा, रुचिका अरोड़ा, परविंदर, अणनप्रीत सिंह, जैसमीन, पल्लवी ढींगरा आदि उपस्थित रहे।
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