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तेज रफ्तार कार नहर में गिरी, तीन भाइयों की मौत

लुधियाना के मुल्लांपुर स्थित गांव चक्क कलां के नजदीक सिधवां नहर में एक कार में गिर गई। इससे उसमें सवार तीन भाइयों की मौत हो गई।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 10 Mar 2018 09:51 AM (IST)Updated: Sat, 10 Mar 2018 08:22 PM (IST)
तेज रफ्तार कार नहर में गिरी, तीन भाइयों की मौत
तेज रफ्तार कार नहर में गिरी, तीन भाइयों की मौत

जेएनएन, मुल्लांपुरदाखा (लुधियाना)। बुआ के बेटे की शादी समारोह से लौट रहे तीन युवकों की कार बेकाबू होकर शुक्रवार रात करीब आठ बजे मुल्लांपुर स्थित गांव चक्क कलां के नजदीक सिधवां नहर में गिर गई। इससे तीनों युवकों की मौत हो गई और रिश्‍ते में भाई थे।

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मरने वालों की पहचान गांव चक्क कलां निवासी एएसआइ बलविंदर सिंह के पुत्र कमलजीत सिंह उर्फ कमल, दविंदर सिंह उर्फ रिक्की और भतीजे आकाशदीप सिंह के रूप में हुई है। कार को नहर में गिरता देख एक राहगीर ने शोर मचाया तो लोग जमा हो गए। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद लोगों और गोताखोरों की मदद से कार और तीनों युवकों को बाहर निकाला गया। इसके बाद तीनों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया।

जानकारी के मुताबिक कमलजीत सिंह के बुआ के बेटे की शादी शुक्रवार को थी। शादी समारोह संपन्न होने के बाद कमल अपने भाई दविंदर और चाचा के बेटे आकाशदीप को अपनी स्विफ्ट कार में लेकर बुआ के घर गांव सवद्दी कलां के लिए निकला था। अभी वे कुछ ही दूर पहुंचे थे कि अचानक कमल कार पर से नियंत्रण खो बैठा और कार सीधी नहर में जा गिरी। हादसा देख राहगीर बलजीत सिंह ने शोर मचाकर लोगों को इकट्ठा किया, जिसके बाद लोगों ने तीनों को बाहर निकाला।

नहर से सुन रही थी चिल्लाने की आवाजें

बलजीत ने बताया कि जैसे ही कार नहर में गिरी तो उसे चिल्लाने की आवाजें सुनाई दे रही थी। तीनों बचाओ-बचाओ कह रह रहे थे। वह तेजी से कार की ओर बढ़ा, ताकि उन्हें बचा सके। वह कार के पास पहुंचा तो उनकी आवाज आनी बंद हो गई। उन्होंने कार का दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वे लॉक हो चुके थे। इसके बाद पास से ईट लेकर कर आए और फिर उससे शीशे तोड़े। इसके बाद तीनों को बाहर निकाला।

बेटों को पुलिस में भर्ती करवाना चाहता था 

कमल और दविंदर के पिता बलविंदर सिंह थाना जगराओं में एएसआइ हैं। वो भी बहन की शादी में गए हुए थे, लेकिन वो दूसरी कार में थे। जैसे ही उन्हें बेटों की मौत का पता चला तो उनकी तो दुनिया ही उजड़ गई। वो बार-बार एक ही बात बोल रहे थे कि मैैंनू केहंदे सी पापा असीं वी तुहाड् वांग पुलिस च भर्ती होणा।


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