चोरों ने लोगों को दी धमकी- चैन से रहना है तो दो लाख दो, नहीं तो हत्या और चोरी के लिए रहो तैयार
चोरों ने पत्र में लिखा है कि वह ठीकरी पहरा लगाने वालों की हत्या कर देंगे। उन्होंने पत्र में कुछ युवकों के नाम लिखकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी है।
लुधियाना, जेएनएन। शहर के कोटमंगल सिंह क्षेत्र में चोरों के खिलाफ ठीकरी पहरा लगाने वालों को ही जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। मोहल्ले के लोगों को एक नहीं बल्कि चार पत्र लिखकर धमकी दी गई है कि अगर उन्होंने ठीकरी पहरा नहीं हटाया तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। चोरों ने दो लाख रुपये की डिमांड भी की है। इसके बाद ठीकरी पहरा लगाने वाले युवकों में खौफ पैदा हो गया है। उन्होंने अब पहरा लगाना ही बंद कर दिया गया है। यही नहीं डर के मारे किसी ने भी पुलिस को शिकायत भी नहीं दी है।
कोट मंगल सिंह के पलविंदर सिंह फैक्ट्री में काम करते हैं। उनके अनुसार इसी साल की शुरुआत में उनके एरिया में दो लोगों से मोटरसाइकिल सवारों ने मोबाइल और नकदी छीन ली थी। इसके बाद दो घरों में चोरी हुई और एक घर से सिलेंडर उतारने का प्रयास हुआ। इसके बाद उनके मोहल्ले के लोगों ने रात में ठीकरी पहरा लगाने का फैसला किया था। दस से बारह युवक रोजाना ठीकरी पहरा लगाकर आसपास के एरिया में टहलते थे। 10 जनवरी से जैसे ही पहरा तेज किया गया तो एक घर की छत से पत्र मिला, जिस पर लिखा था कि ठीकरी पहरे से कुछ नहीं होगा, बंद कर दो नहीं तो नतीजा भुगतने को तैयार रहो। उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया और वह ठीकरी पहरा लगाते रहे। इसके बाद लगातार चार पत्र उन्हें मिले। हद तो तब हो गई जब एक पत्र में मोहल्ले के तीन लड़कों का नाम लिखकर उन्हें जान से मारने की धमकी दे दी गई।
डर के मारे पुलिस को नहीं दी शिकायत
चोरों ने एक पत्र में लिखा है कि अगर मोहल्ले वाले चैन से रहना चाहते हैं तो वह दो लाख रुपये का बंदोबस्त करें। नहीं तो हम इसी तरह चोरियां करते रहेंगे और ठीकरी पहरा लगाने वालों की हत्या भी कर देंगे। यही नहीं उनकी ओर से यह पैसे नजदीक के बसंत पार्क में रखने को कहा गया है, जिसके बाद मोहल्ले के लोग और ठीकरी पहरा लगाने वाले युवा बेहद सहमे हुए हैं और उन्होंने ठीकरी पहरा लगाना भी छोड़ दिया है। वह डर के मारे शिकायत भी नहीं कर रहे हैं।
शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी : थाना प्रभारी
अभी हमारे पास शिकायत नहीं आई है। अगर आएगी तो कार्रवाई जरूर होगी। मेरे ध्यान में नहीं है कि कोट मंगल ङ्क्षसह में कोई ठीकरी पहरा भी लगता है। मैं खुद इसकी जांच करवा रहा हूं।
-अमरजीत सिंह, थाना प्रभारी, डिवीजन नंबर छह।