World Aids Day: एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की लिस्ट में अमृतसर टॉप पर, पंजाब में स्थिति भयावह
पॉजिटिव मरीजों की संख्या में अमृतसर में सबसे अधिक है। यहां एचआइवी पॉजिटिव मरीज की संख्या 16848 है और जबकि फाजिल्का में सबसे कम 777 है
जगराओं, [बिंदू उप्पल]। तमाम प्रयासों के बावजूद पंजाब में एड्स पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। खासतौर पर पंजाब के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस अमृतसर में स्थिति भयावह है। यहां एचआइवी पॉजिटिव मरीजों का प्रतिशत सबसे अधिक है। जबकि एनआरआइ बेल्ट जालंधर व नवांशहर क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर है। जबकि औद्योगिक नगरी लुधियाना की स्थिति जरूर अच्छी है।
पॉजिटिव मरीजों की संख्या में अमृतसर में सबसे अधिक है। यहां एचआइवी पॉजिटिव मरीज की संख्या 16848 है और जबकि फाजिल्का में सबसे कम 777 है और लुधियाना की स्थिति प्रदेश के अन्य जिलों से मरीज प्रतिशतता में अच्छी है। देश भर में हर वर्ष विश्व एड्स उन्मूलन दिवस पर नए-नए थीम रख युवाओं को एड्स जैसी खतरनाक बीमारी से बचने के लिए जागरूक किया जाता है। इस बार डब्ल्यूएचओ की ओर से नो यूअर स्टेटस थीम पर विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है। दैनिक जागरण की ओर से डॉक्टरों के जरिए एड्स से बचो ,जागरूकता फैलाओ पर जोर दिया गया है।
रोग कोई भी हो नजरअंदाज न करे : डॉ.कक्कड़
जगराओं सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. सुखजीवन कक्कड़ ने लोगों को अपील करते कहा कि एड्स एक खतरनाक बीमारी है। इससे बचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एड्स हो या कोई और बीमारी। हर बीमारी का पता लगने पर तुरंत इलाज शुरू करवाएं, ताकि आपकी अमूल्य जिंदगी बच सकें।
एंटी रीट्रो वायरज ट्रीटमेंट सेंटर पर होता पूरा इलाज
लुधियाना के सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने कहा कि एचआइवी एक ऐसा संक्रमण है जो तेजी से फैलता है। इसके कारण असुरक्षित यौन संबंध, दूषित सुइयां, बिना जांच किए एक मरीज का दूसरे मरीज को खून चढ़ाना आदि हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के अधीन चल रहे एंटी रीट्रो वायरल ट्रीटमेंट सेंटर में एचआइवी पॉजिटिव मरीजों का तुरंत इलाज शुरू हो जाता है। जैसे तेजी से वजन कम होना, पेट खराब होना, मुंह पक जाना आदि लक्षण दिखे तो मरीज को तुरंत अपने खून की जांच करवानी चाहिए। ताकि बीमारी का पता चलते ही तुरंत उपचार शुरू किया जा सके।
टीबी के मरीजों में एचआइवी ग्रसत होने की अधिक संभावना
जिला टीबी अफसर डॉ. आशीष चावला ने बताया कि एचआइवी पॉजिटिव मरीज के शरीर की अन्य बीमारियों से लड़ने की शक्ति खत्म हो जाती है। जिससे इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। जैसे टीबी, निमोनिया व डायरिया। उन्होंने बताया कि एचआइवी पीड़ित मरीजों में 60 प्रतिशत टीबी होने का खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि एचआइवी पॉजिटिव मरीजों के खून की जांच रिपोर्ट आने के तुरंत बाद सेहत विभाग की तरफ से एचआइवी एड्स का इलाज शुरू कर दिया जाता है।
एड्स रोगियों का होता है फ्री इलाज
पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के एडिशनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. मनप्रीत छतवाल ने बताया कि सूबे में एचआइवी पॉजिटिव एड्स को समाप्त करने के लिए सेहत विभाग व पंजाब सरकार प्रयासरत है। एड्स को खत्म करने के लिए जागरूक अभियान चल रहे है।
प्रदेश में एड्स पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट
जिला का नाम मरीजों की संख्या
फाजिल्का 777
बरनाला 839
फतेहगढ़ साहिब 863
मुक्तसर 1008
मानसा 1039
मोहाली 1087
नवांशहर 1390
रूपनगर 1592
संगरूर 1914
पठानकोट 2010
कपूरथला 2273
मोगा 2538
होशियारपुर 2854
फरीदकोट 3045
तरनतारन 3183
फिरोजपुर 3212
गुरदासपुर 3330
बठिंडा 3442
जालंधर 8081
लुधियाना 9311
अमृतसर 16848
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