बारिश ने मंडियों में बढ़ाई किसानों की परेशानी
जगराओं में बादल छाने व बूंदाबांदी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। हालांकि फसल को भीगने से बचा लिया गया।
जागरण संवाददाता, जगराओं : मंगलवार दोपहर बाद आसमान में बादल छाने व बूंदाबांदी ने किसानों के साथ-साथ खरीद एजेंसियों की चिता बढ़ा दी। गेहूं को भीगने से बचाने के लिए किसानों और खरीद एजेंसियों ने तुरंत तिरपालों से ढकना शुरू कर दिया। लिफ्टिंग धीमी होने के कारण मंडियों में गेहूं की बोरियों के अंबार लगे हैं।
जगराओं में दोपहर एक बजकर 50 मिनट के बाद अचानक बादल छा गए और बूंदाबांदी शुरू हो गई। इससे किसानों, जमींदारों और खरीद एजेंसियों की परेशानी बढ़ गई। सभी ने तुरंत अपनी-अपनी फसल को तिरपाल से ढकना शुरू कर दिया। इसके बाद कुछ देर बारिश भी हुई, लेकिन फसल भीगने से बच गई।
जिला आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान राज कुमार भल्ला ने कहा कि दाना मंडी में अभी तक 50 प्रतिशत फसल आ चुकी है, जिसमें से करीब 40 प्रतिशत फसल एजेंसियां खरीद चुकी हैं। इसमें से अभी तक सिर्फ दस प्रतिशत गेहूं की ही लिफ्टिंग हुई है। लिफ्टिंग न होने का एक कारण लेबर की कमी भी है, क्योंकि इस बार अन्य राज्यों से लेबर नहीं आई है। बारदाने की कमी के कारण सरकार ने इस बार पुराना बारदाना ही उपयोग में लगाने की बात कही है। भल्ला ने कहा कि बारदाने का प्रबंध करना एजेंसियों का काम है, क्योंकि बारदाना खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। बारदाने के लिए जीएसटी नंबर की जरूरत होती ह,ै इसलिए हम अपने पैसे से बारदाना क्यों खरीदे। वहीं मार्केट कमेटी जगराओं के सचिव जश्नदीप सिंह ने बताया कि मंडियों में गेहूं की फसल खराब नहीं होने दी जाएगी।