Move to Jagran APP

बारिश ने मंडियों में बढ़ाई किसानों की परेशानी

जगराओं में बादल छाने व बूंदाबांदी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। हालांकि फसल को भीगने से बचा लिया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 10:30 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 10:30 PM (IST)
बारिश ने मंडियों में बढ़ाई किसानों की परेशानी
बारिश ने मंडियों में बढ़ाई किसानों की परेशानी

जागरण संवाददाता, जगराओं : मंगलवार दोपहर बाद आसमान में बादल छाने व बूंदाबांदी ने किसानों के साथ-साथ खरीद एजेंसियों की चिता बढ़ा दी। गेहूं को भीगने से बचाने के लिए किसानों और खरीद एजेंसियों ने तुरंत तिरपालों से ढकना शुरू कर दिया। लिफ्टिंग धीमी होने के कारण मंडियों में गेहूं की बोरियों के अंबार लगे हैं।

loksabha election banner

जगराओं में दोपहर एक बजकर 50 मिनट के बाद अचानक बादल छा गए और बूंदाबांदी शुरू हो गई। इससे किसानों, जमींदारों और खरीद एजेंसियों की परेशानी बढ़ गई। सभी ने तुरंत अपनी-अपनी फसल को तिरपाल से ढकना शुरू कर दिया। इसके बाद कुछ देर बारिश भी हुई, लेकिन फसल भीगने से बच गई।

जिला आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान राज कुमार भल्ला ने कहा कि दाना मंडी में अभी तक 50 प्रतिशत फसल आ चुकी है, जिसमें से करीब 40 प्रतिशत फसल एजेंसियां खरीद चुकी हैं। इसमें से अभी तक सिर्फ दस प्रतिशत गेहूं की ही लिफ्टिंग हुई है। लिफ्टिंग न होने का एक कारण लेबर की कमी भी है, क्योंकि इस बार अन्य राज्यों से लेबर नहीं आई है। बारदाने की कमी के कारण सरकार ने इस बार पुराना बारदाना ही उपयोग में लगाने की बात कही है। भल्ला ने कहा कि बारदाने का प्रबंध करना एजेंसियों का काम है, क्योंकि बारदाना खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। बारदाने के लिए जीएसटी नंबर की जरूरत होती ह,ै इसलिए हम अपने पैसे से बारदाना क्यों खरीदे। वहीं मार्केट कमेटी जगराओं के सचिव जश्नदीप सिंह ने बताया कि मंडियों में गेहूं की फसल खराब नहीं होने दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.