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सरहिद नहर का गढ़ी पुल फिर होने लगा कमजोर

माछीवाड़ा से तीन किलोमीटर दूर बहती सरहिद नहर का गढ़ी पुल स्लैबों के टूटने के कारण कई बार अखबारों की सुर्खियां बटोरता रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 01:45 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:05 AM (IST)
सरहिद नहर का गढ़ी पुल फिर होने लगा कमजोर
सरहिद नहर का गढ़ी पुल फिर होने लगा कमजोर

जेएनएन, श्री माछीवाड़ा साहिब : माछीवाड़ा से तीन किलोमीटर दूर बहती सरहिद नहर का गढ़ी पुल स्लैबों के टूटने के कारण कई बार अखबारों की सुर्खियां बटोरता रहा है। अब फिर थोड़ी सी बारिश के बाद ही पानी इनको कमजोर करने में लगा हुआ है। जम्मू-कश्मीर को दिल्ली से जोड़ते खन्ना-नवांशहर मार्ग पर सरहिद नहर पर बना यह पुल बड़ा ही महत्वपूर्ण है परंतु प्रत्येक वर्ष बारिश के दिनों में इस पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठने शुरू हो जाते हैं कि यदि निर्माण के दौरान बढि़या मटीरियल इस्तेमाल किया होता तो किनारे कमजोर नहीं होते। यह लापरवाही कहें या अनदेखी, इसके लिए सीधे तौर पर लोक निर्माण विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराना कोई गलत होगा। क्योंकि इनके द्वारा नजरअंदाज करने से ऐसा होता है। इसके चलते कभी भी बड़ा हादसा भी हो सकता है। वहीं बारिश के कारण इस पुल की स्लैबों के साथ पुल के साथ लगीं ईट भी खिसकनी शुरू हो गई है। बेशक लोक निर्माण विभाग की तरफ से प्रत्येक वर्ष कभी टूटीं स्लैबों और कभी ढाह लगती मिट्टी को बचाने के लिए बोरियां व सीमेंट लगा खानापूर्ति कर दी जाती है। परंतु यदि आने वाले समय में सही ढंग से इस पुल की मरम्मत न की गई तो बड़ा हादसा घट सकता है। इसके लिए जिम्मेदार प्रशासन व सरकार होगी। फिलहाल रविवार होने के कारण भी लोक निर्माण विभाग और प्रशासनिक अधिकारी ने पुल की स्लैबों को लग रही खार से बचाने का न कोई प्रयास किया और न ही कोई मौका देखने आया।

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