बीएलओ ड्यूटी नहीं काटी, अध्यापकों ने दिया धरना
अध्यापकों की ओर से शनिवार को डीसी कार्यालय के बाहर बीएलओ ड्यूटी न काटे जाने संबंधी धरना लगाया।
जासं, लुधियाना : अध्यापकों की ओर से शनिवार को डीसी कार्यालय के बाहर बीएलओ ड्यूटी न काटे जाने संबंधी धरना लगाया। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की ओर से सभी जिलाधीश को पत्र जारी किए गए थे जिसमें अध्यापकों की बीएलओ ड्यूटी काटकर नॉन-टीचिग स्टाफ की ड्यूटी लगाने की बात कही गई थी, लेकिन इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। लुधियाना चुनाव कार्यालय ने पत्र जारी किया था जिसमें बताया गया था कि केवल लुधियाना के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में 1351 अध्यापकों को बीएलओ ड्यूटी के काम पर लगाया हुआ है जबकि दूसरे विभागों के कर्मचारियों की संख्या काफी कम है। दूसरी तरफ अध्यापकों में इस बात को लेकर रोष है कि आरटीई में लिखे होने के बावजूद अध्यापकों को चुनाव ड्यूटी की गलत परिभाषा देते हुए उलझाया जा रहा है।
अध्यापक मनोज कुमार ने कहा कि शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार के पत्र को नजरअंदाज किया जा रहा है। वहीं जो काम नॉन टीचिग स्टाफ दिन भर कर रहे हैं, उसी काम को अध्यापकों को दो-तीन घंटे में करने के लिए कहा जा रहा है। इस तरह से अध्यापकों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। बीएलओ ड्यूटी से न केवल स्कूल का काम बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। अध्यापकों ने मांग की है कि उन्हें बीएलओ की ड्यूटी से मुक्त किया जाए। उन्होंने चुनाव आयोग को मेल कर मांग की है कि एक अलग से चुनाव विभाग बनाकर उसमें नई भर्ती कर यह काम करवाया जाए। इस दौरान प्रभजीत सिंह , पूजा पल्टा, जितेंद्र सिंह, सेवक सोनी, कमलजीत सिंह, रिम्पी , पूनम रानी, मनजीत सिंह, रजनी बाला, सुखबीर सिंह, मनमोहन सिंह आदि मौजूद रहे।