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पंजाब में अध्यापक अब सुबह बच्चों को फोन कर उठाएंगे, पढ़ने के लिए करेंगे प्रोत्साहित

पंजाब में टीचरों के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं। निर्देश के मुताबिक अध्यापक बच्चों को सुबह मार्निंग काल करेंगे। इसका उद्देश्य फाइनल परीक्षा में बेहतर अंक हासिल करने के लिए बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करना है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 01:19 PM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 01:19 PM (IST)
पंजाब में अध्यापक अब सुबह बच्चों को फोन कर उठाएंगे, पढ़ने के लिए करेंगे प्रोत्साहित
पंजाब में बच्चों को मार्निंग काल करेंगे टीचर। सांकेतिक फोटो

पटियाला [गौरव सूद]। पंजाब में अब सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों की नींद अलार्म या किसी के जगाने से नहीं बल्कि अपने अध्यापक की मार्निग काल से खुलेगी। शिक्षा सचिव ने फाइनल परीक्षा में बेहतर नंबर हासिल करने के मद्देनजर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के मकसद से अध्यापकों को नई जिम्मेदारी सौंपी है।

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गत दिवस राज्य के शिक्षा अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक में यह निर्देश दिए गए। इसके तहत अब सरकारी स्कूलों के अध्यापक अपने विद्यार्थियों को सुबह-सुबह फोन करके रोजाना जल्दी उठाएंगे और उन्हें प्रोत्साहित करके पढ़ने के लिए कहेंगे। फिलहाल यह फैसला केवल अपर प्रामइरी कक्षाओं के लिए ही लिया गया गया है।

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शिक्षा विभाग ने इसके लिए बकायदा अध्यापकों के लिए आनलाइन प्रोफार्मा भी जारी किया है। इसमें जिस विद्यार्थी को फोन किया गया है उसका नाम, विद्यार्थी की क्लास, विद्यार्थी का फोन नंबर, फोन करने का समय आदि कालम शामिल हैं। जिले के सीनियर अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि अध्यापक अपना काम सही तरीके से कर रहे हैं या नहीं।

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शिक्षा विभाग को ऐसे तजुर्बे बंद करने चाहिए : विक्रमदेव

डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के प्रांतीय प्रधान विक्रम देव सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग को ऐसे अजीबो-गरीब तजुर्बे बंद करने चाहिए। उन्होंने कहा कि मोबाइल संदेशों ने अध्यापकों और विद्यार्थियों को गुलाम बनाकर रख दिया है। अब जब स्कूल खुल चुके हैं तो फोन काल के बजाय विद्यार्थियों से क्लास में फेस-टू-फेस बातचीत करके उन्हें पढ़ाई के लिए उत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के फैसले अध्यापकों को मानसिक तौर पर बीमार बना रहे हैं और वह ऐसे काम की निंदा करते हैं।

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