तलवंडी बोले-गद्दार पहचानें पार्टी सुप्रीमो; सुखबीर की नसीहत-दिल बड़ा करें तलवंडी
फतेहगढ़ साहिब सीट से उम्मीदवार दरबारा सिंह गुरु की घोषणा होते ही पार्टी के बीच की गुटबाजी भी सोमवार को पार्टी सुप्रीमो सुखबीर बादल के सामने आ गई।
सचिन आनंद, खन्ना। लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। शिरोमणि अकाली के फतेहगढ़ साहिब सीट से उम्मीदवार दरबारा सिंह गुरु की घोषणा होते ही पार्टी के बीच की गुटबाजी भी सोमवार को पार्टी सुप्रीमो सुखबीर बादल के सामने आ गई। खन्ना में पार्टी की रैली के दौरान हलका इंचार्ज रणजीत सिंह तलवंडी का मंच से पार्टी के भीतर के अपने विरोधियों पर हमला बोलना छोटे बादल को नागवार गुजरा। तलवंडी के सवाल पर उन्होंने तुरंत जवाब भी दे डाला। मंच से तलवंडी ने सुखबीर बादल को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी सुप्रीमो सरदार और गद्दार का फर्क पहचानें, इस पर अपने संबोधन में सुखबीर ने भी तलवंडी को दिल बड़ा करने और गुटबादी खत्म करने की नसीहत दे डाली।
रैली में सियासी माहौल तब बिगड़ा जब तलवंडी के संबोधन के दौरान यूथ अकाली दल की कोर कमेटी के सदस्य यादविंदर सिंह यादू समर्थकों के साथ पहुंचे। मंच पर जगह व पहली कतार में कुर्सियां नहीं मिलने से वह मंच के सामने ही जमीन पर बैठ गए। इसके तुरंत बाद तलवंडी के हमले का एंगल बेगानों से हटकर अपनों पर आ गया। तलवंडी ने कांग्रेस को छोड़कर अपनी ही पार्टी में अपने विरोधियों पर अटैक शुरू कर दिया। हालांकि, इस दौरान तलवंडी पास बैठे सुखबीर बादल के चेहरे के हावभाव को समझ गए और खुद ही कह डाला कि उनकी बातें शायद सुखबीर बादल को बुरी लग गई। इसके बाद सुखबीर ने संबोधन किया तो उन्होंने साफ कर दिया कि वह गुटबाजी को उजागर करने के चलते तलवंडी से खासे नाराज हैं।
ये नेता बैठे जमीन पर
सुखबीर के सामने यादविंदर सिंह यादू की अगुवाई में जमीन पर बैठने वालों में एसजीपीसी सदस्य दविंदर सिंह खटड़ा, बीसी विंग के प्रदेश सचिव और पार्षद राजिन्दर सिंह जीत, एससी विंग के प्रदेश वरिष्ठ उप प्रधान मास्टर कृपाल सिंह घुडानी, सीनियर अकाली नेता रणबीर सिंह खटड़ा, पार्षद पति हरजीत सिंह भाटिया, पार्षद प्रताप सिंह ज्योति, पार्षद सुखदेव सिंह, पूर्व पार्षद परमजीत सिंह बॉबी, पूर्व पार्षद खुशदेव सिंह, पूर्व ब्लॉक समिति सदस्य अमनदीप सिंह घुंगराली, सरपंच यूनियन पूर्व प्रधान तेजिन्दर सिंह इकोलाहा, बलजीत सिंह भुल्लर, अवतार मोर्या शामिल थे।