Move to Jagran APP

मीठे जलाशय अब सिर्फ गुजरे जमाने की ही बातें

अमित पासी, लुधियाना : दशकों पहले बीस से पच्चीस फीट खुदे जलाशय पहले मीठे पानी से लोगों की प्यास शांत

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 04:35 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 04:35 PM (IST)
मीठे जलाशय अब सिर्फ गुजरे जमाने की ही बातें
मीठे जलाशय अब सिर्फ गुजरे जमाने की ही बातें

अमित पासी, लुधियाना : दशकों पहले बीस से पच्चीस फीट खुदे जलाशय पहले मीठे पानी से लोगों की प्यास शांत करते थे, अब 350 से चार सौ फीट नीचे से पानी खींच रहे सबमर्सिबल पंप भी मीठे जल का अहसास नहीं करा पाते हैं। आधुनिक संसार ने इंसान को बहुत कुछ दिया है। इंसान ने विज्ञान के क्षेत्र में तरक्की भी खूब की है लेकिन इस आधुनिकता के साइड इफेक्ट ही हैं कि इंसान की सबसे बड़ी जरूरत साफ पानी बड़ी मुश्किल से मिल रहा है। पहले हर गली मोहल्ले में एक से दो जलाशय हुआ करते थे जिससे हर आमजन, गरीब ,अमीर मीठे पानी से अपनी प्यास बुझाता था, अब इस समय पानी का जलस्तर इतना नीचे जा चुका है कि 400 फीट गहराई पर सबमर्सिबल लगने वाले भी साफ पानी नहीं दे पा रहे हैं। गरीब जनता तो अपने घरों में समर्सिबल करवाने का खर्चा नहीं उठा सकते, वह पानी की सरकारी सप्लाई के ऊपर ही निर्भर रहते हैं। अब अगर बिजली चली जाए या मोटर में कुछ खराबी आ जाए तो आम गरीब आदमी बाल्टी उठाकर अमीर लोगों की तरफ टकटकी लगाए रहता है। रायकोट शहर ऐतिहासिक होने के कारण यहा पर कई मशहूर जलाशय हुआ करते थे। जैसे तलवंडी गेट के पास रानी वाला जलाशय, कौड़िया मोहल्ले में बड़ा कुआं जलाशय, सेचरा मोहल्ले में, भंडारिया मोहल्ले में, बेरिया मोहल्ले में और शहर के करीब हर चौक में बड़े जलाशय हुआ करते थे। बदकिस्मती यह है कि इस समय सिर्फ एक जलाशय को छोड़कर सभी जलाशयों का नामोनिशान मिट चुका है। आजकल युवा पीढ़ी नहीं ढूंढ सकती है कि शहर में कहा जलाशय हुआ करते थे, सिर्फ पुराने बुजुर्ग ही बताते हैं कि कहा-कहा जलाशय हुआ करते थे। शहर के कई पुराने बुजुर्ग अपनी नई पीढ़ी को इसकी महत्ता बताते हुए सरकार से यह अपील करते हैं कि इन जलाशयों को पुनर्जीवन देना चाहिए।

loksabha election banner

शहर के नागरिक गुलशन कुमार का कहना है कि मीठे जल से प्यास बुझाना अब सिर्फ स्वप्न ही रह गया है। पुराने जलाशय अब खत्म हो चुके हैं। आज का इंसान सिर्फ सबमर्सिबल पंप पर ही निर्भर है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.