स्वरंगन स्कूल में पद्म विभूषण गिरिजा देवी की पुण्यतिथि कर करवाया कार्यक्रम
स्वरंगन द स्कूल ऑफ म्यूजिक द्वारा पद्म विभूषण गिरिजा देवी जी की चौथी पुण्य तिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभी विद्यार्थियों ने अपनी प्रतुति के माध्यम से श्री गिरिजा देवी के चरणों में स्वरांजली अर्पित की।
जागरण संवाददाता, जगराओं : स्वरंगन द स्कूल ऑफ म्यूजिक द्वारा पद्म विभूषण गिरिजा देवी जी की चौथी पुण्य तिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभी विद्यार्थियों ने अपनी प्रतुति के माध्यम से श्री गिरिजा देवी के चरणों में स्वरांजली अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत जाहन्वी शर्मा के भक्ति गीत ओ पालनहारे से हुई। फिर करण नरवाल और गौरव नारंग ने सूफी गीत सांसों की माला पे सिमरू मैं पी का नाम प्रस्तुत किया। राधिक ने गुरू महिमा पर अपने पदगुरू आज्ञा में निसदिन रहि गाकर हाजिरी लगाई। युवा कलाकार भरत दास ने अयपा जी की गाई चैती चढल चित लागू ना रामा गाकर अयपा जी की यादें हरी कर दी। अंत में गिरिजा देवी जी के परम शिष्य कपिल शर्मा ने उनकी गुरू मां के द्वारा ही गाए भजन इक दिन मुरली शाम बजाई से बैठक का समापन लिया। सभी विद्यार्थियों ने अयपा जी को चंदन व पुष्प अर्पित किए।
भारतीय संगीत का स्तंभ कही जाने वाली गिरिजा देवी की 2006 में लुधियाना पधार चुकी है। नगर के युवा गायक कपिल शर्मा को उनके आठ वर्ष संगीत शिक्षा लेने का सुअवसर मिला। पदम श्री ,पदम भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित गिरिजा देवी जी को बनारस घराने की वरिष्ठ गायिका माना जाता था। पंजाब में भी समय-समय पर संगीत सम्मलेनों में वो अकसर अपनी प्रस्तुतियां देने आती रहती थी। जिसमें अमृतसर हेरिटेज, हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन, पटियाला हेरिटेज फेस्ट और चंडीगढ़ का भास्कर राव संगीत सम्मेलन प्रमुख है। कपिल शमा्र ने बताया कि उनके ये देश उनके दिए योगदान को सदा याद रखेगा।