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Swachh Survekshan 2022: स्वच्छता रैंकिंग में लुधियाना एक पायदान नीचे लुढ़का, मिला 40वां रैंक

Swachh Survekshan 2022 स्वच्छता अभियान में नगर निगम पूरी तरह पिछड़ गया। बीते साल नगर निगम को 39वां रैंक मिला था। इस बार निगम एक पायदान नीचे पहुंच गया है लेकिन पंजाब में निगम की रैंकिंग में सुधार दिखाई दे रहा है

By Varinder RanaEdited By: Vipin KumarPublished: Sat, 01 Oct 2022 08:45 PM (IST)Updated: Sat, 01 Oct 2022 10:02 PM (IST)
Swachh Survekshan 2022: स्वच्छता रैंकिंग में लुधियाना एक पायदान नीचे लुढ़का, मिला 40वां रैंक
Swachh Survekshan 2022: केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 किया जारी। (फाइल फाेटाे)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Swachh Survekshan 2022: केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के नतीजों की घोषणा शनिवार को कर दी है। इन नतीजों में नगर लुधियाना को दस लाख से ज्यादा आबादी से शहरों में 40वां नंबर मिला है। बीते साल नगर निगम को 39वां रैंक मिला था। इस बार निगम एक पायदान नीचे पहुंच गया है, लेकिन पंजाब में निगम की रैंकिंग में सुधार दिखाई दे रहा है, बीते साल लुधियाना पांचवे नंबर था, इस बार यह दूसरे नंबर पर पहुंच गया है।

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निगम अधिकारियाें ने ली राहत

हालांकि निगम अधिकारी इस रैंकिंग से कुछ राहत की सांस ले रहे है, क्योंकि इस बार रैंकिंग में ज्यादा गिरावट नहीं आई है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने साल 2022 के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण करवाया था। इस बार रैंकिंग के लिए कुल तीन कैटेगिरी रखी गई थी। इसमें सिटीजन वायस, सर्टिफिकेशन और सर्विस लेवल शामिल था। इन तीन कैटेगिरी में कुल 7500 अंक रखे गए थे। नगर निगम लुधियाना को इसमें 3005.07 अंक हासिल हुए है।

पिछले साल निगम को मिले थे 3229.81 अंक

सर्विस लेवल श्रेणी के लिए तीन हजार अंक रखे गए थे। इसमें निगम को 1373.22 अंक मिले है, सिटी वायस श्रेणी के लिए कुल 2250 अंक रखे गए थे, इसमें निगम को 1231.85 अंक प्राप्त हो सके है। जबकि सर्टिफिकेश श्रेणी में 2250 अंक रखे गए थे, इसमें निगम को महज 400 अंक से संतोष करना पड़ा है। यहां बता दे कि बीते साल स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत 6 हजार अंक रखे गए थे। इसमें निगम को 3229.81 अंक मिले थे। निगम को देश भर में दस लाख आबादी से ज्यादा शहरों में 39 वां रैंक मिला था। इस बार निगम को 40 वां रैंक मिला है।

इसमें नहीं हो पाया सुधार

सर्विस लेवल प्रोसेस में निगम को तीन हजार में से 1373.22 अंक मिले है। इस श्रेणी में डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम को लागू करने के साथ कूड़ा प्रोसेसिंग, लिफ्टिंग, सिंगल यूज प्लास्टिक को देखा जाना था। इस समय निगम लुधियाना में सालेड वेस्ट मैनेजमेंट का हाल बुरा है। कूड़ा प्रोसेसिंग प्लांट बीते दो साल से ठप पड़ा है। सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ भी निगम अधिकारी कुछ खास करिश्मा नहीं दिखा पाए है। जबकि कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलेशन प्लांट को अभी तक निगम नहीं लगा पाया है।

कई इलाकाें में नहीं हाे पाया सुधार

सिटीजन वायस में किसी आपदा या बीमारी को लेकर निगम के क्या इंतजाम है सहित सीनियर सिटीजन की राय ली जानी थी। इस श्रेणी में भी निगम को महज 1231.85 अंक मिले है। निगम के पॉश एरिया में चाहे लोगों ने सुविधाओं के लिए अच्छी राय दी होगी, लेकिन अन्य एरिया के हालात में कुछ सुधार नहीं हो पाया है। इसके अलावा लोगों की तरफ से एप के माध्यम से लिखाई गई शिकायतों को 24 घंटे के अंदर क्लियर नहीं किया गया।

सर्टिफिकेशन श्रेणी में मिले कम अंक

सर्टिफिकेशन श्रेणी में निगम को सबसे कम अंक मिले है। इसमें 2250 में से सिर्फ 400 अंक मिले है। इस श्रेणी में शहर को गारबेज फ्री होने के साथ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को देखा जाता है। निगम के सभी एसटीपी प्लांट को अपग्रेड करने काम चल रहा है। इसलिए सीवरेज पानी को सीधे बुड्ढा दरिया में डाला जा रहा है। इसके अलावा शहर को गारबेज फ्री करना होता है। लेकिन निगम में सालेड वेस्ट मैनेजमेंट का काम ठप पड़ा है।

इन बातों को लेकर गिरी रैंकिंग

  • सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का नहीं चलना
  • पब्लिक टायलेट में सही तरीके से सफाई नहीं
  • आनलाइन शिकायतों का समय पर निपटारा नहीं
  • सालेड वेस्ट मैनजमेंट के तहत सही काम नहीं
  • बुड्ढा दरिया का प्रदूषण मुक्त नहीं होना

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