हवलदार बोला- तस्कर ने टक्कर मार तोड़ी टांग, थाना प्रभारी ने कार्रवाई पर ही उठाए सवाल
लुधियाना पुलिस अब तक अपने ही मुलाजिम पर हमले का मामला तक दर्ज नहीं कर पाई है। थाना प्रभारी परगट सिंह खुद मामला संदिग्ध मान रहे हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। शहर के मोती नगर थाने में तैनात हवलदार जसविंदर सिंह ने दावा किया है कि उन्हें एक नशा तस्कर ने अपनी मोटरसाइकिल से टक्कर मार घायल कर दिया। वहीं, पुलिस अब तक अपने ही मुलाजिम पर हुए हमले का मामला तक दर्ज नहीं कर पाई है। थाना प्रभारी खुद मामला संदिग्ध मान रहे हैं। इससे हवलदार पर ही कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हवलदार जसविंदर सिंह तूर अस्पताल में उपचाराधीन है। यह मामला दो दिन पुराना है।
उपचाराधीन जसविंदर सिंह ने बताया कि उसके पास सूचना थी कि उसके एरिया में कुछ लोग नशा तस्करी करते हैं। उसने उन्हें पकडऩे के लिए मंगलवार को ट्रैप लगाया हुआ था। सूचना थी कि एक युवक ने नशा खरीदने के लिए फोन पर संपर्क किया था कि तस्कर बताई गई जगह पर ईकाई अस्पताल के पास नशे की डिलीवरी देने आएगा। जब वह अस्पताल के पास पहुंचे एक व्यक्ति से एक युवक ने नशा मांगा तो उसने बताया कि वह तो सिर्फ पैसे लेने आया है, नशा सामने खड़े दूसरे युवक के पास है।
जसविंदर ने बताया कि इस पर नशा बेच रहे तस्कर का पैसे लेने आए तस्कर की ही मोटरसाइकिल से पीछा करने लगे। जैसे ही वह एनआरआई थाने से कुछ दूरी पर वेरका के बूथ पर पहुंचे तो तस्कर ने उनकी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी जिससे वह नीचे गिर गया और उसकी दाईं टांग की हड्डी टूट गई। फिर, वहां मौजूद कुछ लोगों की सहायता से दोनों तस्करों को थाने ले जाया गया। हवलदार जसविंदर सिंह का कहना है कि उसे पता चला है कि थाना प्रभारी ने उक्त आरोपितों को बिना कार्रवाई के ही छोड़ दिया है।
थाना प्रभारी बोली, ट्रैप लगाया था तो अकेले क्यों गया जसविंदर
दूसरी और थाना प्रभारी मोती नगर परगट सिंह ने बताया कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। युवकों से कुछ भी नहीं मिला था, जिस कारण उन पर कार्रवाई नहीं की गई है। हवलदार के बयान दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है हालांकि पूरी कार्रवाई सवालों के घेरे में है। सवाल उठाया जा रहा है कि जब उसने ट्रैप लगाया था तो वह अपने साथ दूसरे पुलिस मुलाजिमों को क्यूं नहीं लेकर गया। उसने तस्कर की ही मोटरसाइकिल का क्यों इस्तेमाल किया।