Move to Jagran APP

तनाव, चिंताएं और आर्थिक तंगी ले रही जान

कोरोना ने पूरी दुनिया में ऐसे पैर पसारे कि इसने हर किसी को हिलाकर रख दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 06:08 AM (IST)
तनाव, चिंताएं और आर्थिक तंगी ले रही जान
तनाव, चिंताएं और आर्थिक तंगी ले रही जान

लुधियाना : कोरोना ने पूरी दुनिया में ऐसे पैर पसारे कि इसने हर किसी को हिलाकर रख दिया। दो महीने तक कामकाज ठप रहा और लाखों लोग बेरोजगार हो गए। इस कारण चिंतित लोग आर्थिक मंदी के कारण तनाव का शिकार भी हुए। कई लोगों ने तो गलत कदम उठाते हुए अपनी जान दे दी। लॉकडाउन के बीच खुदकुशी करने वालों का आंकड़ा बढ़ने लगा है। खुदकुशी करने वालों में युवा या फिर अधेड़ उम्र के ही लोग हैं। इसमें एक स्टूडेंट और काम नहीं मिलने के कारण हताश हुए मजदूर भी शामिल हैं। मनोचिकित्सक मानते हैं कि क‌र्फ्यू के बीच आर्थिक मंदहाली और आने वाले समय में रोजगार के सीमित साधनों का डर इसका मुख्य कारण है।

loksabha election banner

-दिलबाग दानिश की रिपोर्ट

25 दिनों में 12 खुदकशी, इनमें स्टूडेंट भी

मई माह के 25 दिनों में ही 12 लोग खुदकुशी कर चुके हैं। अगर देखा जाए तो औसतन हर दूसरे दिन एक व्यक्ति ने जान दी है। इनमें एक बीटेक का स्टूडेंट भी है जिसने पेपर नहीं दे पाने के कारण खुदकुशी कर ली थी। इनमें ज्यादातर 50 साल से कम उम्र के ही हैं। ये अनमोल है जीवन, इसलिए सहनशीलता रखें

जिदगी अनमोल है। इसके चले जाने का दर्द खुदकुशी करने वाले को कम और परिवार के लोगों को ज्यादा होता है। पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है। यह समय धैर्य बनाए रखने और अपनों के साथ बिताने का अनमोल खजाना है। इसलिए सहनशीलता बनाए रखें। अगर लगता है कि परिवार का कोई भी सदस्य मायूस दिखे तो उसके साथ समय बिताएं। उसकी बात सुनें और मोटिवेट करें। यह बातें याद रखें

- नकारात्मक विचारों को दिमाग में न लाएं।

- अगर समस्या है तो उसे दूसरों के साथ बांट लें।़

- ज्यादा इमोशनल करने वाले सीरियल और फिल्में न देखें

- हो सके तो ज्यादा से ज्यादा कॉमेडी सीरियल और गाने सुनें

- सात से आठ घंटे तक नींद जरूर लें एक्सप‌र्ट्स व्यू : मनोचिकित्सिक डॉ. विवेक

व्यक्ति के मन में खुदकुशी का ख्याल एकदम से नहीं आता है। इसके पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता है। अगर आपको परिवार का सदस्य या बेहद नजदीकी व्यक्ति परेशान लगे तो उसके पास बैठकर बात जरूर करें। ज्यादातर मामलों में बात करने भर से ही व्यक्ति यह कदम उठाने से बच सकता है। कई व्यक्ति जल्दी आपा खो देते हैं। यह भी एक बड़ी वजह है। कब किसने की खुदकुशी, कारण भी जानिए

1 मई

फौजी कॉलोनी मॉडल टाउन में 22 वर्षीय युवक ने फंदा लगाया।

कारण : मानसिक रूप से परेशान

3 मई

बाल सिंह नगर दरेसी इलाके में दो बच्चों के पिता ने पंखे से फंदा लगाया।

कारण : आर्थिक मंदी और मां के देहांत के बाद मानसिक तनाव में था।

3 मई

ताजपुर रोड इलाके में हिमाचल प्रदेश के रहने वाले क्लीनर ने ट्रक में ही सुसाइड किया।

कारण : लॉकडाउन में काम ठप हो गया था।

5 मई

डेहलों इलाके की रहने वालीकिरणजीत कौर ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।

कारण : बीमारी से परेशान थी। पीजीआइ में इलाज चल रहा था।

6 मई

दुगरी रोड स्थित आंबेडकर नगर में 27 वर्षीय युवक ने जान दी।

कारण : मानसिक रूप से परेशान था।

10 मई

रामनगर मुंडिया इलाके में महिला डेजी देवी ने सुसाइड किया।

कारण : पति के दिमागी परेशान था और आर्थिक मंदहाली।

10 मई

अबदुल्लापुर बस्ती निवासी बी-फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे युवक ने जान दी।

कारण : परीक्षा पास नहीं कर पाने से मानसिक तनाव में था।

11 मई

कूमकलां इलाके में महिला ने फंदा लगाकर खुदकुशी करी।

कारण : बीमारी से दुखी थी।

17 मई

गांव सुनेत के युवक ने सिधवां नहर पुल के किनारे खुदकुशी की।

कारण : काम नहीं होने के कारण परेशान था।

22 मई

लोहारा इलाके में 38 वर्षीय ड्राइवर अमनदीप ने फंदा लगाया।

कारण : काम नहीं होने से परेशान था।

23 मई

मनोहर नगर में वेटर का काम करने वाले 20 वर्षीय अवतार सिह ने जान दी।

कारण : काम ठप होने से परेशान हो गया था।

25 मई

दरेसी में फाइनांस कंपनी में काम करने वाले युवक ने जान दी

कारण : मानसिक रूप से परेशान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.