पीटीयू की ग्रेडिंग में बदलाव, विद्यार्थियों ने शुरू की स्ट्राइक
गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज के सभी स्ट्रीम के विद्यार्थियों ने कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद किसी तरह की क्लास न लगा स्ट्राइक कर दी। विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल सहजपाल सिंह को स्पष्ट कह दिया कि जब तक किसी तरह का हल नहीं निकलता, वह किसी तरह की क्लास नहीं लगाएंगे।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज के सभी स्ट्रीम के विद्यार्थियों ने कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद किसी तरह की क्लास न लगा स्ट्राइक कर दी। विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल सहजपाल सिंह को स्पष्ट कह दिया कि जब तक किसी तरह का हल नहीं निकलता, वह किसी तरह की क्लास नहीं लगाएंगे। हुआ यूं कि पीटीयू ने 2015-19 बैच के विद्यार्थियों की ग्रेडिंग सिस्टम में बदलाव कर दिया था जिससे विद्यार्थी परेशान है। 2015 में जब विद्यार्थियों ने कॉलेज में दाखिला लिया था तो उस आटोनोमस कॉलेज में रेलेटिव ग्रेडिंग चल रही थी जबकि अन्य में एबसोल्यूट ग्रेडिंग की जा रही थी।
विद्यार्थियों ने कहा कि तीन सेमेस्टर तक तो पीटीयू ने रेलेटिव ग्रेडिंग की। जब पीटीयू को लगा कि यह ग्रेडिंग काम नहीं कर रही है तो उन्होंने इसे बंद कर एबसोल्यूट ग्रेडिंग देनी शुरू कर दी। एबसोल्यूट ग्रेडिंग में जितने अंक आते हैं, उतने ग्रेड लग जाते हैं जबकि रेलेटिव ग्रेडिंग में टॉॅपर के अनुसार नंबर लगते हैं। विद्यार्थी अब इस बात को लेकर नराजगी जता रहे हैं कि यदि तीन समेस्टर पीटीयू ने रेलेटिव ग्रेडिंग के किए हैं तो अन्य समेस्टर में भी इसी ग्रेडिंग को जारी रखा जाए।
बीच में ग्रेडिंग में बदलाव करने से विद्यार्थियों के अंकों में दस से पंद्रह अंकों को अंतर पड़ रहा है। विद्यार्थियों ने माग की कि अगर पीटीयू ने जो एबसोल्यूट ग्रेडिंग शुरू की है तो रेलेटिव ग्रेडिंग में लिए गए तीन सेमेस्टर को एबसोल्यूट में किया जाए। विद्यार्थियों ने कहा कि डिर्ग्री एक ही ग्रेडिंग में होनी चाहिए।
दूसरी तरफ कॉलेज प्रिंसिपल सहजपाल सिंह ने कहा कि वह भी मानते हैं कि इस सिस्टम से विद्यार्थियों को नुकसान हुआ है। वह पीटीयू को इस बारे कह भी चुके हैं। अब दोबारा भी इसके बारे में कहेंगे कि रेलेटिव सिस्टम को रिवाइज किया जाए।