आइजी आवास के आगे लगी वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक, सड़क पर दोनों तरफ लगाए स्पीड ब्रेकर
रानी झांसी रोड शहर की साफ-सुथरी सड़कों में से एक है।लुधियाना रेंज में डीआइजी की जगह आइजी नौनिहाल सिंह के नियुक्त हाेने के बाद अब सड़क की नुहार बदल जाएगी।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। रानी झासी रोड शहर की साफ-सुथरी सड़कों में से एक है। इसी सड़क पर डीआइजी का निवास स्थान भी है। वैसे तो अधिकतर लोग इस सड़क पर तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं, लेकिन अब उनकी रफ्तार पर ब्रेक लग जाएगी। कारण यह है कि अब यहां नए साहब आ गए हैं और आते ही उन्होंने घर के बाहर सड़क पर दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर बनवा दिए हैं। यही नहीं, साहब के घर के सामने से रानी झासी रोड पर मिलने वाली गली के किनारे पर भी स्पीड ब्रेक्रर लगाए गए हैं।
दरअसल हाल ही में लुधियाना रेंज में डीआइजी की जगह आइजी नौनिहाल सिंह को नियुक्त किया गया है। साहब ने आते ही घर पर रंग-रोगन का काम शुरू करवाया और अपने घर के बाहर भी डबल स्पीड ब्रेकर लगवा दिए। ऐसे में अब लोगों को साहब के घर के आगे से निकलना है तो धीरे ही चलना होगा। ]
स्टेशन पर डटे होजरी वाले
फिलहाल उत्तर प्रदेश और बिहार से गिनी-चुनी ट्रेनें ही लुधियाना पहुंच रही हैं। इन ट्रेनों में अब वहा से मजदूर वापस भी आने लगे हैं। इन दिनों शहर में होजरी कारोबारियों को मजदूरों और कारीगरों की जरूरत है, लेकिन उन्हें दोनों ही नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में हालात ये हो गए हैं कि जब ट्रेन लुधियाना स्टेशन पर पहुंचती है तो बाहर होजरी वाले लाइन बनाकर खड़े हो जाते हैं।
जैसे ही श्रमिक स्टेशन से बाहर निकलते हैं तो ये होजरी वाले उन्हें पकड़ लेते हैं और तरह-तरह के प्रलोभन देकर उन्हें अपने साथ चलने को कह देते हैं। इसी बीच कुछ होजरी वाले तो स्टेशन के बाहर ऑटो लेकर भी पहुंच रहे हैं। यही नहीं, कुछ कारीगर तो स्टेशन पर पहुंचकर खुद ही मालिकों को फोन कर लेने के लिए बुला रहे हैं। कुल मिलाकर ये कह सकते हैं कि अब स्टेशन पर होजरी वाले ही डटे हैं।
संक्रमित पार्षद सेवा में हाजिर
पार्षद राकेश पराशर व उनका परिवार कोरोना संक्रमित है। इसके चलते उनके घर के बाहर की मुख्य सड़क बंद कर दी गई है और इलाके को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया है। पार्षद अस्पताल में दाखिल हैं, लेकिन वार्ड सेवा के लिए तत्पर हैं। राकेश ने फेसबुक पर पोस्ट लिखी कि इन दिनों भी वार्ड सेवा जारी रहेगी और जहा भी समस्या है, लोग फोन पर उनसे संपर्क कर सकते हैं।
साथ ही उन्होंने इलाके में फॉगिंग की फोटो भी शेयर की है। इसके बाद से ही पार्षद राकेश पराशर शहर में चर्चा का विषय बने हुए हैं। लोग ये भी कह रहे हैं कि जब तक पार्षद ठीक होकर घर नहीं आ जाते, तब तक उन्हें किसी काम के लिए फोन न करें। दरअसल, राकेश पराशर आम दिनों में लोगों की शिकायत पर खुद ही मौके पर पहुंच जाते थे और उनकी समस्याओं का समाधान निकालते थे।
औरों का चालान, अपनों को माफी
शहर में अब रोजाना कोरोना के 100 से अधिक मरीज आने लगे हैं। इसके बावजूद लोग कोविड-19 के नियम नहीं मान रहे। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने अब नियम तोड़ने वालों पर सख्ती के आदेश भी दे दिए हैं। इसी के साथ ही थाना बस्ती जोधेवाल की एसएचओ अर्शदीप कौर ने मोर्चा संभाल लिया।
मैडम ने हाल ही में नूरवाला रोड चौक स्थित वंजली रिजॉर्ट में छापा मारा तो वहा चार लोग डिनर कर रहे थे, जिन्होंने मास्क नहीं लगाए थे। मैडम ने फटाफट उनके चालान काटे और बाहर आकर मीडिया से इस संबंध में बात करने लगीं। इसी दौरान उनके सिविल ड्रेस में खड़े गनमैन ने भी मास्क नहीं लगाया था। इस पर एसएचओ ने जिन लोगों के चालान किए थे, वे बोल पड़े कि औरों के तो चालान कर रहे हो और अपनों को माफी। इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है।