यहां लोग ही नहीं, दीवार भी दान कर रही शिक्षा
माछीवाड़ा में स्थित सरकारी प्राईमरी स्कूल नं. 2 सरकार द्वारा अनदेखा होने के बावजूद भी यह सरकारी स्कूल शिक्षा और सहूलतों के तौर पर इलाके के प्राईवेट स्कूलों को भी मात देता है क्योंकि यहाँ पढ़ते गरीब बच्चों के लिए जहाँ स्मार्ट क्लासों का प्रबंध है
संवाद सहयोगी, श्री माछीवाड़ा साहिब : सरकारी प्राइमरी स्कूल नंबर 2 इलाके के प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहा है। गरीब बच्चों के लिए स्मार्ट क्लासों का प्रबंध है। अध्यापकों की मेहनत के बदौलत विद्यार्थी शिक्षा और अन्य गतिविधियों में नाम कमा चुके हैं। लुधियाना जिले के मेधावी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 429 गरीब परिवारों के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। 2016-17 में 290 बच्चों का ही नामांकन था। 2017-18 में इसकी संख्या बढ़कर 340 हो गई। इस स्कूल की कुछ वर्ष पहले जहां इमारत खस्ता थी वहीं बच्चों की संख्या भी बहुत कम थी। हेड टीचर लख¨वदर ¨सह ने सहयोगी अध्यापकों, समाजसेवी संस्थाओं और दानी सज्जनों के सहयोग से इस स्कूल की काया-कल्प कर दी।
स्कूल मैनेजमेंट कमेटी चेयरमैन कपिल आनंद और हेड टीचर लख¨वदर ¨सह ने स्कूल को जिले का मेधावी स्कूल का सपना देखा और वह पूरा करके दिखाया। पढो पंजाब प्रोजेक्ट के तहत स्कूल के शानदार नतीजे भी आते हैं।
कंप्यूटर एलइडी के द्वारा स्मार्ट क्लासों का प्रबंध कर शिक्षा का ज्ञान दिया जा रहा है। स्कूल की इमारत बेहद खस्ता थी, परंतु दानी सज्जनों के सहयोग से जहां इमारत की मरम्मत करवाई वहां सभी स्कूल में बच्चों संबंधी स्लोगन अन्य विभिन्न तरह की पें¨टग से स्कूल की दीवार को प्राइवेट स्कूलों की अपेक्षा ज्यादा सुंदर बना दिया। स्कूल के बच्चे प्रतिदिन प्रार्थना म्युजिक के साथ करते हैं और बैंड के साथ पीटी होती है। बच्चों के खेलने के लिए सुंदर पार्क भी बनाया है। स्कूल में बढि़या लाइब्रेरी, विज्ञान कार्नर और गर्मियों में समर कैंप भी लगाया जाता है।
जिला व ब्लॉक स्तर पर नवाजे
स्कूल को एमएचआरडी द्वारा स्वच्छ स्कूल का पुरस्कार, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ प्रोजेक्ट के अंतर्गत तहसील स्तरीय इनाम के अलावा सुंदर लेखन, लोकगीत, पें¨टग, खेल और पहाड़ों में से इस स्कूल के विद्यार्थियों ने जिला और राज्य स्तरीय पोजिशन प्राप्त की। पीसीआरए द्वारा इंजन बचाओ पें¨टग मुकाबलों में इस स्कूल ने नेशनल स्तर का इनाम प्राप्त किया।
केवल 1 हजार की वित्तीय सहायता
पंजाब सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को सहूलियतें देने और उन का शिक्षा स्तर उंचा उठाने के दावे तो बहुत किए जाते हैं। परंतु सच्चाई यह है कि सरकार ने माछीवाड़ा के सरकारी प्राइमरी स्कूल-2 को सुंदर बनाने और प्राइवेट स्कूल के मुकाबले खड़ा करने के लिए केवल 1 हजार रुपये की वित्तीय सहायता भेजी। स्कूल हेड टीचर लख¨वदर ¨सह, चेयरमैन कपिल आनंद और ओर स्कूल स्टाफ ने समाजसेवी संस्था चरन कंवल वैलफेयर सोसायटी और प्रवासी दानी सज्जनों के सहयोग से आज यह स्कूल को जिले का सब से मेघावी स्कूल बना दिया।
इमारत और स्टाफ की कमी अभी भी बरकरार
माछीवाड़ा सरकारी प्राइमरी स्कूल-2 में इस समय 429 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उनके लिए कमरों की कमी है, इस के अलावा अध्यापकों की भी 4 पोस्टें खाली पड़ीं हैं। हालांकि बढि़या शिक्षा, स्मार्ट क्लासों की वजह से इस स्कूल में बच्चों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। स्कूल कमेटी चेयरमैन कपिल आनंद ने सरकार से माग की कि यदि सरकार और शिक्षा विभाग इस स्कूल में इमारत और स्टाफ की कमी पूरी कर दे तो यह सरकारी स्कूल ओर तरक्की कर सकता है। 12 लाख रुपये खर्च किए गए
दो कमरे, फर्श, पेटिंग, स्मार्ट क्लास के लिए सामान आदि दान किए गए।