लुधियाना सिविल अस्पताल की एसएमओ पर भड़का एनजीओ संचालक, दुर्व्यवहार का आरोप
सिविल अस्पताल में जगह अलाट करने को लेकर एक एनजीओ के संचालक ने वीरवार को सिविल अस्पताल की एसएमओ के साथ जमकर बहस की। बताया जाता है कि अस्पताल स्टाफ की मौजूदगी में क्वात्रा जब एसएमओ पर बरसे तो वह रो पड़ीं।
विनोद पुरोहित, लुधियाना : सिविल अस्पताल में जगह अलाट करने को लेकर एक एनजीओ के संचालक ने वीरवार को सिविल अस्पताल की एसएमओ के साथ जमकर बहस की। इस दौरान इलाका विधायक अशोक पराशर पप्पीअशोक पराशर पप्पी भी मौजूद थे और उनकी मौजूदगी में एनजीओ संचालक अनमोल क्वात्रा ऊंची आवाज में बोलता रहा। बताया जाता है कि अस्पताल स्टाफ की मौजूदगी में क्वात्रा जब एसएमओ पर बरसे तो वह रो पड़ीं।
एसएमओ अमरजीत कौर ने कहा कि क्वात्रा अपना आपा खोकर लगातार उन्हें धमकी भरे लहजे में बोलते रहे। हालांकि विधायक ने दुर्व्यवहार जैसी बात से इन्कार किया है। एनजीओ चलाने वाले अनमोल क्वात्रा वीरवार को सिविल अस्पताल में एसएमओ अमरजीत कौर के दफ्तर पहुंचे। उनके साथ सेंट्रल हलके से आप विधायक अशोक पराशर भी थे। उन्होंने एसएमओ को एक पत्र देकर अस्पताल में एनजीओ के लिए जगह देने की मांग की। इस पर एसएमओ का कहना था कि सरकारी जगह देने के लिए उनके पास कोई पावर नहीं है।
इसी बात पर अनमोल क्वात्रा भड़क गए। एसएमओ का आरोप है कि उसने मनगढ़ंत कहानियां बनानी शुरू कर दी। इसमें कहा कि एक महिला का अस्पताल में ठीक से इलाज नहीं हुआ था। जिसे उनकी एनजीओ प्राइवेट अस्पताल लेकर गई। वहीं अस्पताल के डाक्टर महंगी दवाइयां लिखते हैं। एसएमओ का कहना था कि जब उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है तो अनमोल क्वात्रा ऊंची आवाज में कहने लगा कि वह सात साल से चुप थे। अब मीडिया बुलाकर बहुत कुछ कह सकते हैं।
यह सारा वाक्या विधायक के सामने हुआ। एसएमओ ने अनमोल क्वात्रा को ऊंची आवाज में बात करने से रोका लेकिन वह नहीं रुके। अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि यह ड्रामा करीब आधा घंटा चलता रहा। जब वे चले गए तो एसएमओ अमरजीत कौर अपने कार्यालय में काफी देर तक रोती रहीं। इस बारे में नहीं करनी कोई बात : एनजीओ संचालक अनमोल क्वात्रा फोन किया गया तो एक युवक ने फोन उठाया और कहा कि वह उनका भाई बोल रहा है। सिविल अस्पताल में एसएमओ के साथ हुई बातचीत के बारे में उन्हें कुछ नहीं कहना है।
एसएमओ से नहीं किया दुर्व्यवहार
विधायक विधायक अशोक पराशर पप्पी का कहना है कि सिविल अस्पताल में एसएमओ के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ है। अनमोल क्वात्रा सिविल में गरीब मरीजों के लिए काम करता है। वह वहां पर जगह चाहता था। उसके लिए उसने एसएमओ को आवेदन दिया था।
एनजीओ संचालक अनमोल क्वात्रा विधायक के साथ अस्पताल में जगह मांगने आए थे। इसकी पावर उनके पास नहीं है। इस कारण उन्होंने उस पत्र को लेने से मना कर दिया। इसके बाद अनमोल क्वात्रा ने गलत शब्दावली का प्रयोग किया गया। वह ऊंची आवाज में स्टाफ के सामने गलत बोलते रहे। मेरी 27 साल का सेवाकाल बेदाग रहा है। एक विधायक के सामने एनजीओ संचालक ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया है।
अगर काम ऐसे ही करना होगा तो मेरे लिए मुश्किल हो जाएगा। डाक्टर अमरजीत कौर, एसएमओ, सिविल अस्पताल लुधियाना। हमें इस बारे में अभी पता चला है। एसएमओ के साथ दुर्व्यवहार होना गलत है। हमारी टीम शुक्रवार को एसएमओ से जाकर मिलेगी। बातचीत करने के बाद अगला कदम उठाया जाएगा। डा. चरणकमल, प्रेस सेक्रेटरी, पीसीएमएस डाक्टर एसोसिएशन।