Move to Jagran APP

लुधियाना में लूट के इरादे से झपटमारों ने की थी ठेका मजदूर की हत्या, हादसा दिखाने के लिए रेलवे लाइनों पर फेंका शव

जांच के दौरान सामने आया कि हरविंदर सिंह के शव के पास से उसका मोबाइल और पर्स तक नहीं मिला था। इसी पर जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ मुर्दा निवासी जस्सियां रोड़ को काबू किया।

By DeepikaEdited By: Published: Fri, 27 May 2022 12:25 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2022 12:25 PM (IST)
लुधियाना में लूट के इरादे से झपटमारों ने की थी ठेका मजदूर की हत्या, हादसा दिखाने के लिए रेलवे लाइनों पर फेंका शव
लुधियाना पुलिस ने सुलझाई रेलवे लाइनों पर हुई हत्या मामले की गुत्थी। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। सलेम टाबरी एरिया में रेलवे लाइनों पर हुई हत्या के मामले को क्राइम इनवेस्टीगेशन एजेंसी की टीम ने सुलझा लिया है। जंगलात विभाग में ठेका मजदूर की हत्या झपटमारों की तरफ से की गई थी, जिन्हें पुलिस ने आठ दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है।

loksabha election banner

शव के पास नहीं मिला था मोबाइल और पर्स

जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर डा कौस्तुभ शर्मा ने बताया कि 17 मई की सुबह जंगलात विभाग में ठेका मजदूर के तौर पर काम करने वाले हरविंदर सिंह का शव रेलवे लाइनों से मिला था। शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के हवाले कर दिया गया था। जांच के दौरान सामने आया कि हरविंदर सिंह के शव के पास से उसका मोबाइल और पर्स तक नहीं मिला था। इसी पर जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ मुर्दा निवासी जस्सियां रोड़ को काबू किया है।

रेलवे लाइन पर आने वाले लोगों से करते थे लूट

उसने सौरव कुमार उर्फ बावा गांव श्रीपुर थाना सिंघिया जिला समसतीपुर बिहार हाल निवासी खजूर चौक सलेम टाबरी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। जांच मे सामने आया है कि उक्त दोनों आरोपित रेलवे लाइनों पर आने वाले लोगों से लूट की वारदात करते थे। 17 मई को हरविंदर सिंह उन्हें रेलवे ट्रैक पर मिला था, जिसे खंडा दिखाकर उससे पैसे और मोबाइल की मांग की थी। जब उसने इसका विरोध किया तो उक्त दोनों ने उस पर हमला कर दिया और उसकी हत्या कर शव रेलवे लाइनों पर फेंक दिया था ताकि ऐसा लगे कि यह हादसा है।

यह भी पढ़ेंः -इंग्लैंड से आई रणजीत कौर 75 साल बाद अपने स्कूल पहुंच हुईं भावुक, विद्यार्थियों के साथ समय बिताकर पुराने दिन किए याद

जीआरपी ने हादसा मान की थी 174 की कार्रवाई

17 मई को हुई इस हत्या के बाद शव रेलवे लाइनों पर मिला था और यह एरिया भी गवर्नमेंट रेलवे पुलिस का था। जीआरपी पुलिस ने इसे हादसा करार दिया था और 174 की कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवा परिवार को सौंप दिया था। जबकि मृतक के सिर के पीछे चोट का घाव था। इसके अलावा रेलवे ट्रैक के नीचे एक खंभे पर भी खून के धब्बे थे, जिससे साफ था कि यह हत्या है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.