SIT से जुड़े Cyber Experts ने शुरू की कॉल डिटेल्स की जांच, चुनाव आयोग ने एडीजीपी से मांगी रिपोर्ट
पादरी एंथनी के घर से छह करोड़ से ज्यादा कैश गायब करने की जांच के लिए गठित SIT के साथ अब चार साइबर एक्सपर्ट भी जुड़ गए हैं।
जेएनएन, खन्ना/जालंधर: पादरी एंथनी के घर से छह करोड़ से ज्यादा कैश गायब करने की जांच के लिए गठित एसआइटी के साथ अब चार साइबर एक्सपर्ट भी जुड़ गए हैं। उन्होंने कैश गायब करने वाले एएसआइ जोगिंदर सिंह, एएसआइ राजप्रीत सिंह व मुखबिर सुरिंदर के मोबाइल की टॉवर लोकेशन एवं कॉल डिटेल्स की पड़ताल शुरू कर दी है। कैश गायब करने से चौबीस घंटे पहले और उसके बाद दोनों एएसआइ व मुखबिर की किस-किस से बात हुई, इसकी कॉल डिटेल्स निकलवा ली गई है। यह नंबर किन-किन लोगों के हैं? वो पुलिस वाले हैं या फिर कोई दूसरे सफेदपोश, इसकी बारीकी से जांच हो रही है। इन लोगों का आखिरी बार मोबाइल कहां तक चल रहा था और कब बंद हुआ? इस बारे में भी एसआइटी जांच कर रही है। आइजी क्राइम प्रवीन सिन्हा की अगवाई वाली जांच टीम की ओर से रेड टीम के सदस्यों को कहीं जाने से रोकने के लिए आदेश न जारी करना अब पूरी पंजाब पुलिस पर भारी पड़ रहा है। कैश गायब करने में हुई खाकी की किरकिरी के बाद सभी जिलों में टीमें बनाकर रेड की जा रही है। खासकर खन्ना पुलिस इस मामले में अब आक्रामक तरीके से तलाश में जुटी है, लेकिन अभी तक एसआइटी की तरफ से किसी की भी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है।
इतनी बड़ी कैश रिकवरी की आयोग को सूचना न देने को लेकर अब चुनाव आयोग भी हरकत में आ गया है। आयोग ने पंजाब पुलिस के एडीजीपी इलेक्शन सैल से इस मामले में रिपोर्ट देने को कहा है। संदेह जताया जा रहा है कि एएसआइ व मुखबिर का गायब किया पैसा कहीं चुनावों में इस्तेमाल न हो।
दहिया ने चंडीगढ़ में डाला डेरा
इस पूरे मामले में मुखबिरों को वीआइपी ट्रीटमेंट देने के साथ रेड को गलत जगह दिखाने के मामले में सवालों के घेरे में फंसे एसएसपी खन्ना ध्रुव दहिया ने चंडीगढ़ में डेरा डाल रखा है। पिछले दो दिनों से वो सफाई देने के लिए लगातार एसआइटी से मिलने जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो मामले में अभी तक एसआइटी के मेंबरों से उनकी कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हो सकी है। नई एसआइटी ने इस मामले में रेड टीम के सभी मेंबरों के दोबारा बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं।
जांच पर पूरी नजर : पादरी एंथनी
पादरी एंथनी ने कहा कि पहली जांच में उनके आरोप सही साबित हुए। अब दूसरी जांच पर उनकी नजर बनी हुई है। अगर जांच की दिशा में कोई गड़बड़ी दिखी तो वो फिर से अपना पक्ष रखेंगे, ताकि उनके घर आकर गनप्वाइंट पर पैसे ले जाने वालों को पकड़कर उनका पैसा वापस मिल सके।
दोनों एएसआइ और मुखबिर की गिरफ्तारी के लिए दिन भर रेड
खन्ना : पादरी एंथनी के छह करोड़ रुपये गायब करने के आरोपों में घिरी खन्ना पुलिस ने इस कलंक को धोने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। खन्ना पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अभियान छेड़ दिया है। मंगलवार को खन्ना पुलिस ने प्रदेश में कई जगहों पर छापामारी की। खन्ना पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की हैं। डीएसपी (डी) हंसराज की अगुवाई में गठित टीमों को आरोपित पकडऩे की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन टीमों में ज्यादातर कर्मी सीआइए स्टाफ के हैं। मंगलवार को इन टीमों ने आरोपितों के छिपे होने के संभावित ठिकानों पर रेड की, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। डीएसपी (डी) हंसराज ने कहा कि पुलिस की तरफ से कोई छापामारी नहीं की गई है। मामले की जांच एसआइटी कर रही है, इसलिए उनके पास रेड के अधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाहें उड़ती रहती हैं।
मुखबिर बब्बू ने कहा, रेड के समय एसएसपी दाहिया के साथ था बठिंडा
जालंधर के पादरी एंथनी के साढ़े 6 करोड़ रुपये गायब होने के मामले में जिस मुखबिर हरिंदर सिंह उर्फ बब्बू बारा बोर का नाम चर्चा में है, उसने मंगलवार को एक पंजाबी न्यूज चैनल के सामने जानकारी उजागर की कि जालंधर में रेड का जो समय बताया गया है, उस दौरान न तो वह और न ही एसएसपी ध्रुव दाहिया खन्ना या जालंधर में थे। वे दोनों किसी काम के सिलसिले में बठिंडा में मौजूद थे। बब्बू ने कहा कि रुपये गायब होने के मामले में न तो उनका और न ही एसएसपी दाहिया का कोई हाथ है। एसएसपी एक ईमानदार अफसर हैं। हालांकि, बब्बू ने एक और जानकारी उजागर की कि आरोपित एएसआइ राजप्रीत को एसएसपी दाहिया से मिलाने वाला वह ही है। बब्बू ने स्वीकार किया कि वह खन्ना पुलिस का मुखबिर है और नशे की कई खेपों को पकडऩे में उसने पुलिस की मदद की।
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