पटियाला, [प्रेम वर्मा]। SI Recruitment Scam: पंजाब पुलिस सब इंस्पेक्टरों की भर्ती के लिए आनलाइन लिखित टेस्ट में हैकिंग के बाद थाना अनाज मंडी के बगल में ही पेपर किया जा रहा था। सरहिंद रोड स्थित थाना अनाज मंडी के 10 कदम पर दूरी पर स्थित एग्जाम सेंटर बनाया गया था। यहां पर ही हैकिंग कर पेपर दिलवाया जा रहा था, जिसके बाद खुलासा होने पर अनाज मंडी थाना पुलिस ने केस दर्ज आरोपितों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया।

इस मामले में अब अनाज मंडी थाना पुलिस आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं, जिनकी पहचान गुरप्रीत सिंह शैली निवासी रटौला, हरदीप सिंह लाडी निवासी फतेहपुरी, प्रदीप कुमार सोनू निवासी बिशन नगर पटियाला, जसवीर सिंह निवासी ज्ञान कालोनी पटियाला, बलजिंदर सिंह पाबला निवासी मोहाली, सुखविंदर सिंह निवासी मनियाणा, अंकित कुमार निवासी यूपी व लवनीश गुप्ता निवासी संगरूर के रूप में हुई है। यह लोग 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर हैं। केस में नामजद अवतार सिंह निवासी संगरूर व किशन निवासी पंचकूला फरार हैं, जिन्हें काबू करने के लिए सीआइए स्टाफ की टीम छापेमारी कर रही है।

साफ्टवेयर इंजीनियर की मदद से चल रहा था नेटवर्क

इस मामले में गिरफ्तार आरोपित प्रदीप कुमार सोनू साफ्टवेयर इंजीनियर है, जो पहले अपनी दुकान चलाता था। इसके बाद वह अनाज मंडी थाना के बगल में बना इंफ्रा आईटी साल्यूशन के साथ जुड़ गया था। उक्त गैंग ने कंप्यूटर हैकिंग कर एग्जाम हल करने के लिए प्रदीप कुमार सोनू की मदद ली थी। सोनू को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसके घर से तीन लाख रुपये से अधिक कैश बरामद हुआ। उधर, प्रदीप की गिरफ्तारी होने के पता चलते ही उसकी मां कुछ घंटे बाद ही चल बसी थी। इसके बाद पुलिस टीम उसकी मां के संस्कार के समय कुछ देर को उसे लेकर पहुंची। फिर, रिमांड में लेकर चले गए। प्रदीप कुमार की पत्नी से भी पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है, इन सभी आरोपितों को सीआईए स्टाफ में रखा गया है।

राज्य स्तर पर फैला था गिरोह

दर्ज मामले के अनुसार पंजाब पुलिस ने 560 सब इंस्पेक्टरों की भर्ती के लिए पोस्टें निकाली थी। भर्ती जिला काडर, आर्म्ड पुलिस काडर, इंटेलिजेंस व जांच काडर के लिए होनी थी। जुलाई में शुरू हुई प्रक्रिया के बाद लिखित टेस्ट का समय रखा था। 800 अंकों वाले इस टेस्ट के लिए सरकार ने एक प्राइवेट फर्म के साथ एग्रीमेंट कर साफ्टवेयर के जरिये टेस्ट लेना तय किया था। इसके लिए बनाए केंद्रों में कंप्यूटर का इंतजाम किया था। उधर, गिरोह ने प्रति उम्मीदवार 30 लाख रुपये में सौदा करने के बाद साफ्टवेयर के जरिए कंप्यूटर हैकिंग कर बाहर बैठे ही आनलाइन पेपर दिए थे। बताया जा रहा है कि इस गिरोह के तार राज्य स्तर पर फैले हुए हैं और लुधियाना में भी केस दर्ज हुआ है।

Edited By: Vipin Kumar