पंजाब में इंडस्ट्री को लगने लगे झटके, रोजाना करोड़ों के फटके
गर्मी बढ़ने के साथ ही पंजाब में बिजली कट बढ़ गई है। इससे आम लोगों के साथ उद्योगों के लिए भी परेशानी खड़ी हो गई है। उद्योगों को राेज इस कारण करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली कट की मार भी लोगों पर पड़ने लगी है। इससे आम लोगों के संग उद्योग भी प्रभावित हो रहे हैं। बिजली कट के कारण राज्य में उद्योगों को भारी नुकसान हो रहा है। पंजाब के उद्योगों को रोज करोड़ों रुपये का फटका लग रहा है।
लुधियाना के फोकल प्वाइंट, इंडस्ट्रियल एरिया, इंडस्ट्रियल एस्टेट, चीमा चौक, कंगनवाल, आरके रोड, सुंदर नगर, शिमलापुरी, न्यू जनता नगर, बहादुरके रोड, राहों रोड सहित अधिकतर औद्योगिक इलाकों में बिजली कट और ट्रिपिंग की समस्या लगातार बढ़ रही है। इसे उत्पादन पर बुरा असर पड़ रहा है। बात स्टील यूनिटों की करें तो वे भी बुरी तरह प्रभावित हाे रही हैं।
उद्यमियों का कहना है कि स्टील इकाइयाें के लिए बिजली की अहम जरूरत है। बिजली कट लगने पर स्टील भी को दोबारा गर्म होने में काफी समय लग जाता है। दूसरे स्टील के बड़े प्लांट जनरेटर पर चलाना संभव नहीं है। ऐसे में वहां पर उत्पादन ज्यादा प्रभावित होता है। वहीं अन्य इंजीनियरिंग उत्पाद इकाइयों में भी बिजली के झटके लगने से उत्पादन की क्षमता प्रभावित होने के साथ ही कई मशीनरी भी खराब हो रही है।
होजरी सेक्टर की बात करें तो यहां अब विदेशी मशीनों का प्रचलन तेज है। बिजली की ट्रिपिंग की मशीनें खराब होने के चलते इंडस्ट्री को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है। इंडक्शन फर्नेस एसोसिएशन के प्रधान एवं शारू स्टील के एमडी केके गर्ग के मुताबिक बिजली के झटकों से इंडस्ट्री को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है।
उनका कहना है कि पीएसपीसीएल को अगर मेंटेनेंस करनी होती है तो हर साल गर्मी के सीजन में जाकर ही करती है। ऐसे में ट्रिपिंग और कट की समस्या बन जाती है। इंडस्ट्री पहले ही लेबर कम होने से परेशान है ऐसे में बिजली के कट भी लगने से उत्पाद पचास प्रतिशत तक रह गया है, जो खर्च निकालने में भी कठिनाई पैदा कर रहा है।
गर्मियों में खराब हो जाती है मशीनरी
फोकल प्वाइंट फेज-4ए एसोसिएशन के प्रधान राजन गुप्ता के मुताबिक अन-शेड्यूल ट्रिपिंग और कट इंडस्ट्री को परेशान कर रहे हैं। पिछले समय में काफी मेंटेनेंस की गई है, लेकिन अभी फोकल प्वाइंट में मेंटेनेंस के लिए कई काम किए जाने की आवश्यकता है। बिजली कट के कारण हर बार गर्मियों में करोड़ों की मशीनरी खराब हो जाती है।
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समस्या बेहद विकराल : थापर
निटवियर क्लब के चेयरमैन विनोद थापर के मुताबिक बिजली के कटों की समस्या बेहद विकराल है। जनरेटर चलाकर काम करना संभव नहीं है। इससे लागत में बढ़ोतरी हो जाती है। बार-बार बिजली कट लगने से प्रोडक्शन प्रॉसेस हिलने लगता है। ऐसे में बिजली के कट और ट्रिपिंग की समस्या के हल के लिए पुख्ता बंदोबस्त किए जाने चाहिए।