पंजाब में सुरक्षा वापस लेने पर शिवसेना नेताओं ने जताई नाराजगी, पुलिस पर लगाए यह आराेप
पंजाब में शिवसेना शिवसेना नेताओं की सुरक्षा काे लेकर सरकार गंभीर नहीं है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकार व पुलिस सुरक्षा वापस लेकर खतरे को बढ़ा रही है। यह करके हिंदू नेताओं की जान को दांव पर लगा रही है।
खन्ना, (लुधियाना) जेएनएन। शिवसेना पंजाब (Shiv Sena Punjab) ने पंजाब पुलिस (Punjab POlice) द्वारा शिवसेना नेताओं की सुरक्षा वापस लेने को लेकर नाराजगी जताई है। पार्टी ने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस (Punjab POlice) हिंदू नेताओं की जान को दांव पर लगा रही है। एक तरफ पिछले कुछ समय में हिंदू नेताओं पर हमलों में इजाफा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ पंजाब पुलिस उनकी सुरक्षा वापस लेकर खतरे को बढ़ा रही है।
शिवसेना पंजाब के राष्ट्रीय प्रचारक महंत कश्मीर गिरी ने कहा कि पंजाब में कई हिंदू नेताओं के गनमैन वापस ले लिए गए हैं। उनकी सुरक्षा भी कम कर दी गई। जो आदमी बचे है वे भी सरकारी काम या फिर रेस्ट पर रहते हैैं। अगर खन्ना शहर मैं हिंदू नेताओं को खतरा नहीं तो सिक्योरिटी बिल्कुल खत्म क्यों ना कर दी जाए। इससे उन्हें कोई भी एतराज नहीं होगा।
डीजीपी पंजाब को भी लिखा है पत्र
गिरी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को नियमों को ताक पर रखते हुए सुरक्षा दी गई है। जबकि शिवसैनिकों की सुरक्षा वापस ली जा रही है। ऐसे संवेदनशील मसले पर भी राजनीतिक भेदभाव किया जा रहा है। इस संबंध में उन्होंने आरटीआइ के जरिये जानकारी भी मांगी है। इसके अलावा डीजीपी पंजाब को भी पत्र लिखा गया है। इस अवसर पर प्रदेश प्रधान अवतार मौर्या भी मौजूद रहे।