नौकर ने की थी बाबा मच्छी वाले की हत्या, बीमार बेटे के इलाज के लिए बकाया वेतन नहीं दिया था
राजिंदर की हत्या के उसके पूर्व नौकर ने की थी। उसे बकाया वेतन लेना था। बेटे के बीमार होने पर भी जब पैसे नहीं मिले और उसकी मौत हो गई तो उसने बाबा को मौत के घाट उतार दिया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : शहर के घंटा घर चौक के पास मच्छी वाला बाबा के नाम से मशहूर रजिंदर प्रसाद की मौत का राज खुल गया है। राजिंदर की हत्या के उसके पूर्व नौकर ने की थी। नौकर ने मालिक से वेतन का बकाया लेना था। बेटे के बीमार होने पर भी जब पैसे नहीं मिले और उसकी मौत हो गई तो उसने बावा की हथियारों से हत्या कर दी और वहां से फरार हो गया। पुलिस ने नौकर को काबू कर लिया है।
एडीसीपी 1 गुरप्रीत सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले रजिंदर प्रसाद उर्फ बाबा मच्छी वाला की हत्या कर दी गई थी। उसका शव अगले दिन दोपहर के बाद उसकी ही रेहड़ी के पास से मिला था। वह यहीं पर पिछले पच्चीस साल से रहता और सोता था। पुलिस को शक था कि उसके पैसों को लेकर नौकरों ने ही उसकी हत्या की गई है। पुलिस की ओर से उसके नौकरों को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो पता चला कि रात को बारिश के थमने पर तीनों नौकर रात ग्यारह बजे वहां से चले गए थे। नौकरों ने बताया कि रात को बाबा के पास उनका पूर्व नौकर बुटेली मौजूद था और दोनों शराब पी रहे थे। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई, उसका हुलिया पूछ पुलिस ने शहर के दर्जन भर एरिया में रेड की थी। इसके बाद वह पुलिस के हाथ लग गया। उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने पूरी वारदात को कबूल कर लिया।
वेतन के बकाया थे बारह हजार
बुटेली राम निवासी दुगलीधाम, थाना बीरोल जिला दरबंगा, बेता चौक टावर बिहार अब यहां पीरू बंदा मोहल्ले में रह रहा था। उसने कुछ समय पहले ही दो माह बाबा के पास नौकरी की थी। उसके छह हजार रुपये प्रति माह के बारह हजार रुपये बाबा के पास बकाया थे। उसके ढ़ाई वर्षीय बेटे को इंफेक्शन हो गया था और डॉक्टर ने इस पर पंद्रह हजार रुपये का खर्च बताया था। वह बाबा के पास अपना बकाया लेने गया था और बाबा ने उसे दो हजार रुपये देकर लौटा दिया। वह दोबारा पैसे लेने आया तो उसने उसके साथ झगड़ा किया था जिस कारण सभी को शक था कि वही उसकी हत्या कर सकता है।
सारी रात चलती है सड़क फिर भी कर दी हत्या
रेलवे स्टेशन की यह सड़क पूरी रात चलती रहती है। यहां पर चौबीस घंटे चलने वाले ढाबे हैं, रात को लेट नाइट तक होटल में आना जाना लगा रहता है। मगर वारदात वाली रात जोर से बारिश हो रही थी। सड़क पर कोई नहीं आ जा रहा था, इसी दौरान बुटेली को सूझा कि वह अपना बदला ले सकता है। शराब के नशे में उसने मीट काटने वाली दात को हथियार बनाकर राजिंदर प्रसाद उर्फ बाबा के मुंह पर वार कर उसकी हत्या कर दी।