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फैक्ट्री की देखभाल के लिए रखा था नौकर, घर से नकदी व सामान लेकर हो गया फरार Ludhiana News

पुलिस के अनुसार कार्तिक सचदेवा ने तीन साल पहले शिवम को नौकरी पर रखा था और उस पर इतना विश्वास करने लगे था कि उसके हवाले पूरा घर छोड़ चला जाता था।

By Sat PaulEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2020 11:12 AM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2020 11:12 AM (IST)
फैक्ट्री की देखभाल के लिए रखा था नौकर, घर से नकदी व सामान लेकर हो गया फरार Ludhiana News
फैक्ट्री की देखभाल के लिए रखा था नौकर, घर से नकदी व सामान लेकर हो गया फरार Ludhiana News

लुधियाना, जेएनएन। फैक्ट्री की देखभाल के लिए रखा नौकर घर से नकदी और अन्य सामान लेकर फरार हो गया। पुलिस ने मकान मालिक की शिकायत पर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जगदीप नगर निवासी कार्तिक सचदेवा के बयान पर उत्तर प्रदेश के जिला आजमगढ़ स्थित फूलपुर के ग्राम हैदरीगढ़ के शिवम पर मामला दर्ज किया है।

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कार्तिक सचदेवा ने बताया कि उसकी एमके सचदेवा इंटरप्राइजेज के नाम से बाल सिंह नगर में होजरी यूनिट है। उसकी देखरेख के लिए उन्होंने शिवम को रखा हुआ था। 27 फरवरी को उसके पिता ने घर की अलमारी में करीब तीन लाख रुपये से ज्यादा की रकम रखी थी और उसकी चाबी वहीं छोड़ दी थी। 28 फरवरी को जब वह घर पहुंचा तो वहां सामान बिखरा पड़ा था। अलमारी का दरवाजा खुला था। जब उसने देखा तो अंदर से नकदी गायब थी, जिसके बाद उसने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस के अनुसार फिलहाल कितनी नकदी चोरी हुई है इसके बारे में परिवार अपने बयान देकर बताएगा।

तीन साल पहले रखा नौकर, नहीं करवाई वेरीफिकेशन

पुलिस के अनुसार कार्तिक सचदेवा ने तीन साल पहले शिवम को नौकरी पर रखा था और उस पर इतना विश्वास करने लगे था कि उसके हवाले पूरा घर छोड़ चला जाता था। हैरत की बात है कि अलमारी की चाबी वहीं छोड़ दी गई थी। पुलिस के अनुसार नौकर की वेरीफिकेशन नहीं करवाई गई थी, मगर उसकी कोई फोटो अभी तक मुहैया नहीं करवाई गई है।  

पीएसपीसीएल को अफसर ने लगाया 8.50 करोड़ का चूना

थाना साहनेवाल पुलिस ने पीएसपीसीएल में तैनात पूर्व असिस्टेंट रेवेन्यू अधिकारी को नामजद किया है। आरोप है कि उसने गलत एंट्री डालकर उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचाया और इससे पीएसपीसीएल को साढ़े आठ करोड़ का नुकसान है। पुलिस ने लंबी जांच के बाद उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। निगरान इंजीनियर एस्टेट मंडल कुलविंदर सिंह ने बताया था कि स्पेशल आडिट टीम की ओर से जांच में पाया गया है कि यहां पर असिस्टेंट रेवेन्यू अफसर दीपक गुप्ता की ओर से 1 दिसंबर से 21 दिसंबर 2018 तक गलत एंट्री डालकर उपभोक्ताओं के पें¨डग पेमेंट और बाउंस चेक की भी एंट्री डालकर पीएसपीसीएल को आठ करोड़ 50 लाख का घाटा डाला है। पुलिस ने लंबी जांच के बाद दीपक गुप्ता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है, जबकि पुलिस उसे पहले ही नौकरी से डिसमिस कर चुकी है।

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