बिजली बिलों के खिलाफ अनुसूचित जाति से संबंधित परिवारों ने ने लुधियाना-बठिंडा मार्ग पर किया प्रदर्शन
जिन घरों में एक ब्लब और एक पंखा लगा है उनको भी ढाई से तीन हजार के बिल आए हैं। इस संबंध में सीटू नेताओं ने एलान किया कि आने वाले दिनों में गांवों में बिजली बिलों के खिलाफ संघर्ष करेंगे।
राएकोट, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौरान बेरोजगारी की मार झेल रहे गांव नूरपुरा के अनुसूचित जाति से संबंधित परिवारों की महिलाओं ने शनिवार को लुधियाना-बठिंडा मार्ग पर घड़े तोड़ कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस मौके पर सीटू के सूबा सचिव दलजीत कुमार गोरा, राजसवंत सिंह तलवंडी और चमकौर सिंह नूरपुरा ने कहा कि माफी के घेरे में आते अनुसूचित जाति से संबंधित परिवारों को भी हजारों रुपये के बिजली बिल भेजे जा रहे हैं, जिसकी अदायगी उक्त परिवारों द्वारा करनी संभव नहीं है।
इस मौके पर दर्शन कौर, बेअंत कौर, रणजीत कौर, चरनजीत कौर व पंच बहादर सिंह ने दर्जनों परिवारों के बिजली बिल मजदूर नेताओं को दिखाते हुए कहा कि कई परिवारों को 10 -10 हजार रुपये के भी बिल आए हैं। उन्होंने कहा कि जिन घरों में एक ब्लब और एक पंखा लगा है, उनको भी ढाई से तीन हजार के बिल आए हैं। इस संबंध में सीटू नेताओं ने एलान किया कि आने वाले एक दो दिनों में गांवों में बिजली बिलों के खिलाफ संघर्ष तेज किया जाएगा। उन्होंने प्रसासन को चेतावनी दी कि यदि इस मसले का तत्काल हल न किया तो सत्ताधारी पक्ष के नेताओं का गांवों में आने पर घेराव किया जाएगा।