महासाध्वी मीना ने कहा, मन से की प्रार्थना कभी खाली नहीं जाती
एसएस जैन स्थानक अग्र नगर में कोकिल कंठी उप-प्रवर्तिनी महासाध्वी मीना महाराज ठाणा-4 सुखसाता विराजमान हैं।
संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक अग्र नगर में कोकिल कंठी उप-प्रवर्तिनी महासाध्वी मीना महाराज ठाणा-4 सुखसाता विराजमान हैं। शुक्रवार को अपने संदेश में महासाध्वी मीना ने कहा कि मन शुद्धि की चर्चा आपके सामने चल रही है। मन से किया कार्य हमारे जीवन के लिए पवित्र बताया जाता है। हर पल, हर दिन इंसान मृत्यु का बोध करता है तो वह पाप से दूर रहता है।
उसके अंदर पाप की क्रिया और भावना नहीं रहती। उन्होंने कहा कि मन से की हुई प्रार्थना कभी भी खाली नहीं जाती। हम हर रोज पूजा तो करते हैं, मगर प्रार्थना मन से नहीं, ऊपर से करते हैं। अपने स्वार्थ के लिए करते हैं। वहीं प्रार्थना मन से करे तो अवश्य ही हमारा काम हो जाता है। उन्होंने कहा कि ज्ञान की प्राप्ति करना चाहते हो तो उधम करो और परिश्रम के द्वारा ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। यह विश्व एक बगीचा है, जिसमें प्रत्येक प्रकार के पुण्य खिलते हैं, परंतु पुष्प वहीं सार्थक है जो संसार में अपनी महक फैलाए। प्रत्येक फूल जो खिलता हे, उसे सुखकर गिरना तथा मिट्टी में मिलना होता है। परंतु अंत में उसके मुरझाने की चिता के कारण कोई भी उसे असमय में नष्ट नहीं करना चाहिए, जितने काल का उसका जीवन है, उसका सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हमेशा अपनी मृत्यु को याद रखो कि हमने एक न एक दिन जाना है। अगर आपको मौत याद रहेगी, तो परमात्मा भी याद रहेगा और जब परमात्मा याद रहेगा तो फिर आप पाप नहीं कर सकते। कोई अपराध नहीं कर सकते।