साधु साध्वी भंगवतों का विहार आज से खुला: डा. इंद्रजीत विजय
गणिवर्य डा. श्री इंद्रजीत विजय जी म.सा. आदि ठाणा-2 शिरोमणि श्रीसंघ लुधियाना चातुर्मास पूर्ण होने के पश्चात श्री आदिनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर सिविल लाइंस में पधारे।
संस, लुधियाना : गुरु वल्लभ समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति श्रुतभास्कर आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय धर्मधुरंधर पूज्य गणिवर्य डा. श्री इंद्रजीत विजय जी म.सा. आदि ठाणा-2 शिरोमणि श्रीसंघ लुधियाना चातुर्मास पूर्ण होने के पश्चात श्री आदिनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर, सिविल लाइंस में पधारे। यहां सकल श्रीसंघ के साथ श्री शत्रुंजय गिरिराज पट्ट और भगवान श्री आदिनाथ प्रभु के समक्ष कार्तिक पूर्णिमा की विधि भी करवाई। इसके उपरांत वह चातुर्मास स्थान परिवर्तन के लिए शिरोमणि श्रीसंघ के पूर्व अध्यक्ष रमेश कुमार जैन बरड़ (डी. जैन होजरी परिवार) के निवास स्थान पर पधारे।
प्रवचन फरमाते हुए गणिवर्य श्री ने कहा कि आज के पावन दिवस पर साधु-साध्वी भगवंतों का विहार खुला हो जाता है। आज ही के दिन श्री शत्रुंजय गिरिराज पर 10 करोड़ मुनि भगवंतों के साथ द्राविड़ वारिखिल्लजी सिद्ध गिरिराज से मोक्ष पधारे थे। आज ही के दिन कलिकाल सर्वज्ञ श्री हेमचंद्र सूरि म.सा. तथा सिख धर्म के गुरु नानक देव का जन्म दिवस भी है।
श्री आत्मानंद जैन सभा के अध्यक्ष श्री भारत भूषण जैन भारती ने कहा कि पूज्य गणिवर्य श्री म.सा. एक से तीन दिसंबर तक सिविल लाइंस मंदिर व उपाश्रय में पधारेंगे। जहां प्रतिदिन प्रवचन फरमाएंगे। दिनांक चार से छह दिसंबर तक श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर, हुसैनपुरा में ध्वजारोहण हेतु पधारेंगे। तत्पश्चात 7 से 10 दिसंबर तक जैन उपाश्रय, वल्लभ नगर में प्रवास करेंगे।