तकनीकी टीम खोलेगी ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक पर घपले की परतें
जासं, लुधियाना : ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक पर हुए गड़बड़झाले की जांच के लिए रीजनल ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी लवजीत कलसी ने स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को पत्र लिखकर तकनीकी टीम भेजने का अनुरोध किया है। अब तकनीकी टीम आकर इस घपले की परतों को खोलेगी। पत्र में लवजीत कलसी ने कहा है कि ट्रायल ट्रैक पर लगे कंप्यूटर डाटा की जांच की जाए ताकि इस घपले की गहराई से जांच हो सके। वहीं वीरवार को एजेंटों ने ट्रायल ट्रैक सेंटर से दूरी बनाई रखी। इसके चलते न तो वहां आवेदक पहुंचे न ही एजेंट। इस दौरान ट्रैक पर तैनात कर्मचारी भी नदारद ही रहे। वहीं घोटाले के मुख्य आरोपित नितिन के साथ-साथ उसका साथी हरप्रीत भी कार्यालय में नहीं पहुंचा।
जासं, लुधियाना : ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक पर हुए गड़बड़झाले की जांच के लिए रीजनल ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी लवजीत कलसी ने स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को पत्र लिखकर तकनीकी टीम भेजने का अनुरोध किया है। अब तकनीकी टीम आकर इस घपले की परतों को खोलेगी। पत्र में लवजीत कलसी ने कहा है कि ट्रायल ट्रैक पर लगे कंप्यूटर डाटा की जांच की जाए ताकि इस घपले की गहराई से जांच हो सके। वहीं वीरवार को एजेंटों ने ट्रायल ट्रैक सेंटर से दूरी बनाई रखी। इसके चलते न तो वहां आवेदक पहुंचे न ही एजेंट। इस दौरान ट्रैक पर तैनात कर्मचारी भी नदारद ही रहे। वहीं घोटाले के मुख्य आरोपित नितिन के साथ-साथ उसका साथी हरप्रीत भी कार्यालय में नहीं पहुंचा। 26 फाइलें अभी भी नहीं हुईं पेश
ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले की जड़ 46 फाइल में से अभी तक 20 फाइल ही मिल पाई हैं। बाकी की 26 फाइल वीरवार को भी नहीं मिल पाई। ऐसे में जानकारों का कहना है कि आरोपित कर्मचारियों द्वारा आरटीए सेक्रेटरी लवजीत कलसी को सौंपी गई 20 फाइलों में रेड क्रॉस द्वारा जारी फर्स्टएड प्रमाणपत्र नकली पाए गए हैं तो जो फाइलें मिल ही नहीं रही, उनमें कितनी जालसाजी होगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। यह है पूरा मामला
बीते शुक्रवार गवर्नमेंट कॉलेज स्थित ड्राइविंग ट्रायल ट्रैक पर तैनात कर्मचारियों ने रात 7 से 8 बजे के बीच असिस्टेंट ट्रांसपोर्ट ऑफिसर अमरीक सिंह का लॉग इन खोल कर 46 फाइल पास कर दी। इसकी जानकारी आरटीए सेक्रेटरी लवजीत कलसी को मिली तो उन्होंने कर्मचारियों से पूछताछ की। वो कोई वाजिब जवाब नहीं दे पाए तो एनआइसी को स्मार्टचिप कंपनी के इन कर्मचारियों द्वारा पास की गई उक्त फाइलों के प्रिंट रुकवा दिए गए। जांच के लिए जब फाइलें मंगवाई गई तो कर्मचारियों ने 46 में से सिर्फ 20 फाइलें ही सौंपी। इनमें लगे रेड क्रॉस के सर्टिफिकेट भी जाली निकले। इस पर कलसी ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर नितिन पर कानूनी कार्रवाई की सिफारिश कर दी।