कुदरत ने दिया दीपावली गिफ्ट: दिन में छाया अंधेरा, बारिश ने दिलाई राहत, प्रदूषण में आई गिरावट
विश्वकर्मा दिवस पर कुदरत ने लोगों को दीपावली गिफ्ट दिया। रविवार शाम चार बजे अचानक तेज हवाओं के साथ आई काली घटाओं ने महानगर को अपनी आगोश में लिया। दिन में ही रात हो गई।
जासं, लुधियाना : विश्वकर्मा दिवस पर कुदरत ने लोगों को दीपावली गिफ्ट दिया। रविवार शाम चार बजे अचानक तेज हवाओं के साथ आई काली घटाओं ने महानगर को अपनी आगोश में लिया। दिन में ही रात हो गई। करीब एक घंटे तक अंधेरा पसरा रहा। वाहन चालकों को वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। करीब पौने पांच बजे आसमान से पानी बरसने लगा तो लोगों के चेहरे खिल उठे। चूंकि पिछले डेढ़ महीने से महानगर में बारिश की एक बूंद तक नहीं बरसी थी और इसके चलते लोग खुश्क ठंड व प्रदूषण से होने वाली बीमारियों की चपेट में आ रहे थे।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग की हैड डा. प्रभजोत कौर सिद्धू ने तो यह तक कह डाला कि प्रदूषण की मार झेल रहे लुधियानवियों को कुदरत ने बारिश के रूप में दीपावली का गिफ्ट दिया है। लोगों को कुदरत का शुक्रगुजार होना चाहिए। पिछले कई दिनों से महानगर में जलाई जा रही पराली के धुएं की वजह से आसमान में प्रदूषक कण तैरत रहे थे। उपर से दीपावली पर चले पटाखों ने महानगर में प्रदूषण को और बढ़ा दिया था। हवा में कार्बन और धुएं के कण जमा हो गए थे। सांस लेने में लोगों को घुटन हो रही थी। खासकर,श्वास रोगियों को। रविवार की इस बारिश ने वातावरण की गंदगी को साफ कर दिया। हालांकि बारिश लाइट से मोडरेट ही हुई। लेकिन अच्छी बात यह रही कि बारिश के दौरान आठ से दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल रही थी। हवा के चारों और तेज गति से बहने के कारण थोड़ी बारिश के आने से भी वातावरण में बनी गुम जैसी स्थिति और स्मॉग से राहत मिलती है। जिसके साथ वातावरण का निचला हिस्सा एक किस्म से साफ हो जाता है। प्रदूषण के कम होने से अब श्वास रोगी भी सांस ले सकेंगे। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से हुई इस बारिश से लोग जहां कई तरह की बीमारियों से बच सकेंगे, वहीं फसलों को भी फायदा होगा। डा. प्रभजोत ने कहा कि सोमवार को भी बादल छाएं रहने और बारिश का पूर्वानुमान हैं। मंगलवार से मौसम साफ हो जाएगा।
उधर, बारिश की वजह से दिन के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली, जबकि ज्यादातर जिलों में रात का तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। लुधियाना में अधिकतम तापमान 26.2 डिसे दर्ज किया गया। जो कि सामान्य से दो डिग्री कम था। अमृतसर में अधिकतम तापमान 20.5 डिसे रिकार्ड किया गया। जो कि सामान्य से सात डिग्री कम था। वहीं पटियाला में अधिकतम तापमान 26.7 डिसे रहा, जो कि सामान्रू से एक डिग्री अधिक रहा। इसी तरह पठानकोट में अधिकतम तापमान 22.9 डिसे रिकार्ड किया गया, जो कि सामान्य से 2 डिग्री अधिक था। वहीं बठिडा में अधकतम तापमान 27.3 डिसे रहा, जो कि सामान्य से एक डिग्री अधिक था।