पिता के अनुभव ने दिखाया रास्ता, बेटे ने दुनिया के 50 देशों में कमाया नाम
अपने पिता रजनीश आहुजा के अनुभव से राहुल आहुजा आज के समय में दुनिया के 50 देशों में नाम कमा चुके हैं।
[राजीव शर्मा, लुधियाना] प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में कुछ अलग हटकर करना, बेहतर प्रबंधन और तय लक्ष्य को पाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ कर ही बुलंदियों को छुआ जा सकता है। जाने-माने ऑटो पार्ट के निर्माता रजनीश इंडस्ट्रीज ग्रुप के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर रजनीश आहूजा के बेटे राहुल आहूजा का यही सक्सेस मंत्र है।
इसी मंत्र के दम पर रजनीश ब्रांड के तहत बने ऑटो पार्ट पूरी दुनिया की प्रख्यात कार निर्माता कंपनियों को सप्लाई किए जा रहे हैं। फिलहाल कंपनी यूरोप समेत विश्व के पचास से अधिक देशों में ऑटो पार्ट की सप्लाई कर रही है। राहुल कहते हैं कि पिता ने अपने अनुभव से हमेशा ही राह दिखाई है। राहुल की मंशा रजनीश ब्रांड को अब अमेरिका के मार्केट तक पहुंचाने की है। इस लक्ष्य को साधने के लिए वे लगातार प्रयासरत हैं और उनका मानना है कि यह सपना भी शीघ्र ही साकार होगा।
राहुल ने शहर के प्रख्यात कुंदन विद्या मंदिर स्कूल से शिक्षा का सफर शुरू किया। एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज से 12वीं और गुरु नानक इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद वर्ष 1993 में अपना पारिवारिक बिजनेस ज्वाइन किया। 1993 से लेकर 1998 तक फैक्ट्री में ही प्रोडक्शन की बारीकियां सीखीं। इसके बाद निर्यात में हाथ आजमाया और विश्व के कम से कम पचास देशों में अपना माल निर्यात करने का लक्ष्य सामने रखा। लक्ष्य को पाने के लिए 1999 से राहुल के विश्व के देशों में व्यावसायिक टूर शुरू हो गए। साल में छह माह विदेश में ही बीतने लगे और वर्ष 2004 तक रजनीश ब्रांड के ऑटो पार्ट विश्व के 30 देशों तक पहुंच गए। इसके बाद राहुल ने अपनी टीम बनाई और वर्ष 2007 तक विश्व के पचास देशों में रजनीश ब्रांड का परचम लहरा दिया। फिर विश्व मार्केट में डीजल कारों में कॉमन रेल डीजल इंजेक्शन (सीआरडीआइ) तकनीक आई। कंपनी ने विदेशी कंपनियों के साथ तालमेल कर इस तकनीक को हाथों-हाथ अपनाया। कंपनी ने नई तकनीक के तहत कारों के पुर्जे एवं सीआरडीआइ तकनीक चेक करने की मशीनें बनाईं। विस्तार के तहत एल्यूमीनियम कॉस्टिंग एंड मशीनिंग प्लांट, प्लास्टिक प्लांट एवं रबड़ प्लांट स्थापित किए। अब रजनीश इंडस्ट्री ने हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में फोकस किया है। पक्खोवाल रोड पर निर्माणाधीन कंपनी का नया होटल शीघ्र ही ऑपरेशन शुरू कर देगा। इसके बाद ग्रुप की शहर में दो और होटल बनाने की योजना है।
काम में आगे बढऩे के लिए पिता देते हैं टिप्स
राहुल का मानना है कि उनकी कामयाबी में पिता रजनीश आहूजा का हर पल योगदान रहा है। व्यावसायिक सफर में राहुल के लिए उनके पिता मेंटर एवं गाइड की भूमिका में हैं। राहुल कहते हैं कि पिता ने अपने अनुभव से हमेशा ही राह दिखाई है। टिप्स देने के साथ-साथ काम में आगे बढऩे के लिए फ्री हैंड दिया है, तभी वे परफॉर्म कर पा रहे हैं।
मोटिवेशनल ट्रेनर भी हैं राहुल, देश-वदेश में किए सेमिनार
राहुल मोटिवेशनल ट्रेनर भी हैं और वे विभिन्न विषयों पर देश विदेश में सेमिनार के जरिए लोगों को राह भी दिखाते हैं। इसके अलावा वे कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआइआइ) लुधियाना जोन के पूर्व चेयरमैन की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्टर्स आर्गेनाइजेशन (फियो) पंजाब स्टेट के कन्वीनर हैं। साथ ही वे कई औद्योगिक, सामाजिक संगठनों में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।