पंजाबी गायकी के बाबा बोहड़ देव थरीके वाला का हार्ट अटैक से निधन, लुधियाना में ली अंतिम सांस
पंजाबी गीतकार देव थरीके वाला का मंगलवार सुबह हार्ट अटैक से निधन हाे गया। वह किसी पहचान के माेहताज नहीं थे। आज तक वह अनगिनत गीत लिुख चुके हैं। वहीं पंजाबी गीतकारी का उन्हें बाबा बोहड़ भी माना जाता है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। पंजाबी गीतकार देव थरीके वाला का मंगलवार सुबह निधन हाे गया। वह किसी पहचान के माेहताज नहीं थे। आज तक वह अनगिनत गीत लिुख चुके हैं। वहीं पंजाबी गीतकारी का उन्हें बाबा बोहड़ भी माना जाता है। देव थरीके वाला की मंगलवार सुबह करीब ढ़ाई बजे दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। पता चला है कि वह पीलिया से भी पीड़ित थे जिसके चलते वह फिरोजपुर रोड स्थित दीपक अस्पताल में पिछले तीन-चार दिनों से भर्ती थे। मंगलवार दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
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कई गानाें काे दे चुके हैं आवाज
उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर गांव थ्रीके शमशानघाट में दोपहर दो बजे किया जाएगा। 83 वर्षीय देव थ्रीके वाला ने ही कुलदीप मानक को कलीयां और लोक गाथाओं के बादशाह के रूप में स्थापित किया था। तेरे टिल्ले तों सरत दीहंदी ए हीर दी, मां हुंदी ए मां ओ दुनिया वालियो, जटिएजे हो गई साधनी इत्यादि उनकी कलम से लिखे ऐसे गीत हैं जिसे गायक हरचरण ग्रेवाल, सिरंदर छिंदा, कर्मजीत धूरी जैसे बड़े कलाकार अपनी आवाज दे चुके हैं। वहीं देव थरीके वाला की पत्नी प्रीतम कौर की साल 2018 में मौत हो चुकी है।
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देव थरीके वाला के निधन से एक युग का अंत
गांव थरीके के में वह अपने बड़े बेटे के साथ ही रहते थे और उनके पोते-पोतियां विदेश में रहते हैं। पंजाबी गीतकार सभा पंजाब के जनरल सेक्रेटरी एवं गीतकार बलवीर सिंह मान ने कहा कि देव थरीके वाला के निधन से एक युग का अंत हो गया है। उन्होंने अब तक अनगिनत गीत लिखे हैं और उन्हें किसी पहचान की जरूरत नहीं है।
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