काेराेना के बाद डेंगू का खतरा, लुधियाना में पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी की वर्कशॉप में मिला लारवा
शुक्रवार को सेहत विभाग की एंटी लारवा टीम को पंजाब रोडवेज की वर्कशॉप में दो कूलरों व पीआरटीसी वर्कशॉप में भी दो कूलरों और पांच टायरों में लारवा मिला।
लुधियाना, जेएनएन। कोरोना के बीच जिले में डेंगू पैर पसारने लगा है। सेहत विभाग द्वारा बार-बार चेताने के बावजूद भी लोग मच्छरों को पाल रहे हैं। ऐसे में कोरोना की तरह डेंगू के तेजी से फैलने का खतरा मंडराने लगा है। शुक्रवार को सेहत विभाग की एंटी लारवा टीम को पंजाब रोडवेज की वर्कशॉप में दो कूलरों व पीआरटीसी वर्कशॉप में भी दो कूलरों और पांच टायरों में लारवा मिला।
टीम ने दोनों जगहों पर लारवे को नष्ट किया। इसके बाद चालान करने के लिए नगर निगम अधिकारियों को सूचित कर दिया। इसके बाद टीम फोकल प्वाइंट स्थित पीएसपीएल के दफ्तर, फ्लड कंट्रोल दफ्तर, सेंट्रल पोस्ट ऑफिस भदौड़ हाउस, एमएलसी दफ्तर, सुविधा केंद्र फोकल प्वाइंट में पहुंची। हालांकि इन जगहों पर लारवा नहीं मिला। इससे पहले डीएमसी अस्पताल में लारवा मिला था।
डेंगू शॉक सिड्रोम से पूर्व उपचेयरमैन के बेटे की मौत
डेंगू शॉक सिड्रोम से वीरवार देर रात्रि प्रवासी भलाई बोर्ड के पूर्व उपचेयरमैन ठाकुर विश्वनाथ प्रताप सिंह के छोटे बेटे ठाकुर गंगेश्वर सिंह उर्फ गोलू ने दम तोड़ दिया। गंगेश्वर 18 साल का था। इसकी पुष्टि एसपीएस अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. राजीव कुंद्रा ने की। विश्वनाथ प्रताप ने बताया कि बेटे को एक सप्ताह से बुखार था। वीरवार सुबह प्लेटलेट्स महज पांच हजार रह गए। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और देर रात्रि दम तोड़ दिया। शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया।