पंजाब पुलिस के DSP की काेराेना से माैत, लंग्स ट्रांसप्लांट से थे पीड़ित; सरकार से इलाज में मदद की लगाई थी गुहार
ड्यूटी के दौरान कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद दाे महीने से लंग्स ट्रांसप्लांट के लिए एसपीएस अस्पताल में उपचाराधीन लुधियाना जेल में तैनात डीएसपी हरजिंदर सिंह ने बुधवार सुबह दम तोड़ दिया। अस्पताल के डाॅ. राजीव कुंद्रा ने इस बात की पुष्टि की है।
लुधियाना, जेएनएन। ड्यूटी के दौरान कोरोना पाॅजिटिव (Corona Positive) होने के बाद दाे महीने से लंग्स ट्रांसप्लांट के लिए एसपीएस अस्पताल में उपचाराधीन लुधियाना जेल (Ludhiana Jail) में तैनात DSP हरजिंदर सिंह ने बुधवार सुबह दम तोड़ दिया। अस्पताल के डाॅ. राजीव कुंद्रा ने इस बात की पुष्टि की है। हरदीप सिंह ने बताया कि डीएसपी हरजिंदर सिंह ( DSP Harjinder Singh) लुधियाना सेंट्रल जेल में तैनात थे। वहीं ड्यूटी के दौरान वह कोरोना पाॅजिटिव (Corona Positive) हो गए।
6 अप्रैल को इलाज के लिए उन्हें एसपीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 21 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। उसके बाद भी उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। इस लिए उन्हें आईसीयू में रखा गया। 9 मई तक उन्हें वहीं रखा गया। मगर उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया। 10 मई को डाॅक्टराें ने बताया कि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं है। लंग्स ट्रांसप्लांट कराना होगा जिसका खर्च 80 लाख रुपये के करीब है। हर तरफ से आस छोड़ चुकने के बाद उन्होंने पुलिस विभाग में बात की। अधिकारियों ने उनसे डाॅक्टर से लिखवा कर लाने के लिए कहा। डाॅक्टर ने लिखकर दे दिया तो अधिकारियों ने उन्हें बताया कि विभाग उनके इलाज के लिए 30 लाख से ज्यादा नहीं दे सकता है। बता दें कि कुछ दिन पहले एक वीडियाे में हरजिंदर ने पंजाब सरकार से इलाज में मदद की गुहार लगाई थी।
इसके बाद परिवार ने पंजाब के मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तथा अन्य अधिकारियों के सामने गुहार लगाई। रोष में परिवार ने यहां तक कहा कि अधिकारी की मौत के बाद एक्स ग्रेशिया ग्रांट देकर वाहवाही लूटने का क्या फायदा। जबकि समय रहते इलाज करवा कर उसकी जान बचाई जा सकती है। इस पर संज्ञान लेते हुए 20 अप्रैल को पंजाब सरकार ने डीएसपी हरजिंदर सिंह का इलाज कराने के लिए पूरी रिपोर्ट मांगी थी।
एडीजीपी वेलफेयर तथा एडीजीपी जेल के निर्देश पर पुलिस कमिश्नर ने रिपोर्ट बना कर भेज दी है। उस दिन बात करने पर एडीजीपी जेल पीके सिन्हां ने कहा था कि हरजिंदर सिंह की जान बचाने के लिए विभाग की और से कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्हें हैदराबाद ले जाकर उनके लंग्स ट्रांसप्लांट कराए जाएंगे। मगर यह इस बात पर निर्धारित करता है कि उनके लिए कितनी जल्दी लंग्स उपलब्ध हो सकता है। उनका लंग्स ट्रांसप्लांट हो पाता, उससे पहले ही उनकी जान चली गई। बता दें कि इससे पहले लुधियाना में एसीपी अनिल कोहली, डीएसपी वरिंदरपाल सिंह समेत कई पुलिस मुलाजिम ड्यूटी के दौरान कोरोना का शिकार होकर जान गंवा चुके हैं।