पंजाब की प्रतिभा को मिलेगा सम्मान, स्कालरशिप के लिए 65.50 लाख रुपये खर्च करेगी कैप्टन सरकार
स्कालरशिप की राशि 2019-20 में परीक्षा दे चुके विद्यार्थियों को बांटी जाएगी। वहीं विभाग ने अब इस साल के लिए भी बजट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला शिक्षा अधिकारियों से वर्ष 2019-20 की परीक्षा में मेरिट सूची में स्थान हासिल करने वालों की सूचियां मांगी थी।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब में प्रतिभावान विद्यार्थियों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल स्कालरशिप देने का प्रावधान है। प्रतिभावान विद्यार्थियों को को ढूंढने के लिए सरकार हर साल पंजाब स्टेट टैलेंट सर्च परीक्षा करवाती है। इस परीक्षा में मेरिट सूची में आने वाले विद्यार्थियों को सरकार हर साल 2400 रुपये स्कालरशिप के तौर पर देती है। शिक्षा विभाग ने यह स्कालरशिप देने के लिए बजट तैयार कर लिया है। राज्य के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को स्कालरशिप देने पर करीब 65.50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
यह राशि 2019-20 में परीक्षा दे चुके विद्यार्थियों को बांटी जाएगी। वहीं विभाग ने अब इस साल के लिए भी बजट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एससीईआरटी के डायरेक्टर ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से वर्ष 2019-20 की परीक्षा में मेरिट सूची में स्थान हासिल करने वालों की सूचियां मांगी थी। उन सूचियों के आधार पर बजट तैयार किया गया। डायरेक्टर ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को हिदायतें जारी की हैं कि सूची में शामिल सभी प्रतिभावान विद्यार्थियों की स्कालरशिप उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाए और 15 जनवरी 2021 तक रिपोर्ट उनके दफ्तर को भेजी जाए।
जिन जिलों में पिछले सालों की स्कालरशिप किन्हीं कारणों से विद्यार्थियों को नहीं मिली है उन्हें भी यह राशि जारी कर दी गई है। पंजाब स्टेट टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन में मैरिट हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सरकार प्रति माह दौ सौ रुपये के हिसाब से स्कालरशिप देती है। यह स्कालरशिप कक्षा पास करने के बाद अगले साल विद्यार्थियों को एक मुश्त दी जाती है।