टूरिस्ट परमिट पर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच रहीं निजी बसें, ज्यादा किराया लेकर कर रहीं मोटी कमाई
नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जाने वाली निजी बस कंपनी पंजाब रोडवेज पर भारी पड़ रही है। इसका असर राजस्व पर पड़ रहा है।
जेएनएन, लुधियाना। टूरिस्ट परमिट पर पंजाब से नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जाने वाली निजी बस कंपनी पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी पर भारी पड़ रही है, जिसका सीधा असर सरकारी राजस्व पर पड़ रहा है।
पंजाब गवर्नमेंट ट्रांसपोर्टर वर्कर यूनियन (पीजीटीवीयू) ने आम आदमी पार्टी के नेता व विधायक हरविंदर सिंह फूलका को ज्ञापन दिया है, जिसमें उन्होंने बताया कि निजी कंपनी की उक्त बसों के पास केवल टूरिस्ट परमिट है। परमिट नियमों के मुताबिक वो बस यात्रियों की बुकिंग करके उन्हें एक शहर से दूसरे शहर तक ले जा सकती हैं। वो बस रास्ते में किसी अन्य सवारी को उतार या बैठा नहीं सकती, मगर नियमों के विपरीत उक्त कंपनी की बसें हरेक शहर से सवारियों को उतारती व चढ़ाती हैं, जिसके चलते सरकार को बहुत बड़ा घाटा पड़ रहा है।
इन ट्रांसपोर्ट के मालिकों ने केंद्र, दिल्ली सरकार व पुलिस प्रशासन के साथ मिलीभगत कर ली है, जिसके चलते पिछले तीन सप्ताह से पंजाब की सरकारी बसों के नई दिल्ली एयरपोर्ट पर दाखिल होने पर पाबंदी लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि सरकारी बसों का किराया 910 रुपये है, जबकि उक्त बस एक सवारी से ढाई से तीन हजार रुपये वसूल करती है। यूनियन एटक प्रधान हरबंस सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार को कई बार चेताया, लेकिन पंजाब सरकार, उनके अधिकारी, पुलिस प्रशासन, आरटीओ व डीटीओ द्वारा अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया।
सूत्रों के मुताबिक इंडो कैनेडियन ट्रांसपोर्ट के पास सिर्फ 6 टूरिस्ट परमिट ही हैं, जबकि उनकी 25-30 बसें दिल्ली एयरपोर्ट से पंजाब आती-जाती हैं। उक्त यूनियन नेताओं ने विपक्ष नेताओं से मांग की है कि पंजाब की सरकारी ट्रांसपोर्ट व पंजाब के लोगों से हो रही लूट से बचाने के लिए सरकार के ऊपर अपना दवाब बनाएं ताकि लोगों को राहत मिल सके।