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Punjab Election 2022: कैबिनेट मंत्री राणा और विधायक चीमा की जंग से हाॅट बनी सुल्तानपुर लोधी सीट, कांग्रेस हाईकमान बेबस

Punjab Election 2022 मंत्री ने अपने बेटे राणा इंदर प्रताप सिंह के लिए आक्रामक प्रचार अभियान शुरू किया है जो सत्तारूढ़ कांग्रेस के उम्मीदवार नवतेज सिंह चीमा के खिलाफ सुल्तानपुर लोधी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

By Vipin KumarEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 01:13 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 01:13 PM (IST)
Punjab Election 2022: कैबिनेट मंत्री राणा और विधायक चीमा की जंग से हाॅट बनी सुल्तानपुर लोधी सीट, कांग्रेस हाईकमान बेबस
मंत्री ने अपने बेटे राणा इंदर प्रताप सिंह के लिए आक्रामक प्रचार अभियान शुरू किया है। (फाइल फाेटाे)

आनलाइन डेस्क, कपूरथला। Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव में सुल्तानपुर लाेधी सीट इस बार हाॅट बन चुकी है। कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह की तरफ से पार्टी के उम्मीदवार नवतेज चीमा के खिलाफ अपने बेटे काे इंदरप्रताप काे उतारने से मुकाबला राेचक बन गया है। हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस हाईकमान मंत्री और विधायक की लड़ाई में बेबस दिख रहा है। मंत्री राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ पार्टी कार्रवाई करने से बच रही है।

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मामला दरअसल यह है कि राणा गुरजीत सिंह काे पार्टी से निकालने के लिए साेनिया गांधी काे पत्र लिखा था। इसके बाद ही यह मामला गर्मा रहा है। अब राणा ने पलटवार करते हुए रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सुखपाल सिंह खैहरा काे ही एक धनशोधन मामले में पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का मुद्दा उठाया और उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की मांग कर डाली। इससे दाेआबा की राजनीति गर्मा गई है।

मंत्री ने आक्रामक तरीके से शुरू किया है प्रचार

मंत्री ने अपने बेटे राणा इंदर प्रताप सिंह के लिए आक्रामक प्रचार अभियान शुरू किया है, जो सत्तारूढ़ कांग्रेस के उम्मीदवार नवतेज सिंह चीमा के खिलाफ सुल्तानपुर लोधी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। चीमा का कहना है कि राणा पार्टी काे कमजाेर कर रहे हैं। हाईकमान काे राणा के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

क्या है विवाद की जड़

पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम बनने के बाद राणा काे मंत्री बनाया गया था। उस समय भी कांग्रेस अध्यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू और छह विधायकाें ने खनन घाेटाले में शामिल हाेने का आराेप लगाते हुए राणा काे मंत्रिमंडल में नहीं शामिल करने के लिए हाईकमान काे पत्र लिखा था। हालांकि राणा गुरजीत मंत्री पद हासिल करने में कामयाब रहे थे।

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भाजपा के हाथाें में खेल रहे राणाः चीमा

विधायक नवतेज चीमा ने आराेप लगाया कि राणा गुरजीत हमारी पार्टी के मंत्री हैं, उनको कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार के लिए नहीं आना चाहिए था। राणा ने ऐसा करके साबित कर दिया है कि वह भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। मैं तीसरी बार विधायक बन रहा हूं।

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