शहादत की बेअदबी: कबाड़ के टायरों से पुष्पचक्र बना दी शहीद ऊधम सिंह को श्रद्धांजलि, नाम भी लिखा गलत
शनिवार को फतेहगढ़ साहिब में शहीद ऊधम सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने तो शहीदों का सम्मान करने में कसर नहीं छोड़ी लेकिन स्मारक पर जो पुष्पचक्र चढ़ाए गए वो कबाड़ के टायरों से बने थे।
जागरण टीम, फतेहगढ़ साहिब/फिरोजपुर। लंदन जाकर जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने वाले महान शहीद ऊधम सिंह की बरसी पर शुक्रवार को सम्मान की जगह उनकी शहादत का अपमान हुआ। फतेहगढ़ साहिब में उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत ¨सह सिद्धू ने अपने लफ्जों में तो शहीदों का सम्मान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन उनको श्रद्धांजलि देने के लिए स्मारक पर जो पुष्पचक्र चढ़ाए गए वो कबाड़ के टायरों से बने थे। इसका पता तब चल जब सिद्धू सहित उनके साथ आए नेता श्रद्धांजलि देकर चले गए। पुष्प चक्रों को हटाया तो साइकिल के टायर साफ नजर आए।
श्रद्धांजिल देने वालों में नवजोत सिद्धू के साथ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा, डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक, एडीसी राजेश धवन व एसडीएम डा. संजीव कुमार शामिल थे। सूत्रों की मानें तो प्रशासन की तरफ से पुष्प चक्र पटियाला से मंगवाए गए थे। इसे नवजोत सिद्धू, कुलजीत नागरा सहित मौजूद कई नेताओं और प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने चढ़ाए। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए पेड़ की छटियों और बेल से पुष्प चक्र बनाए जाते हैं लेकिन साइकिल के पुराने टायरों से बने इन पुष्प चक्रों को पत्तियों से ढका गया था और इन्हें श्रद्धांजलि के लिए उपयोग कर शहीद का अपमान किया गया।
एसडीएम डा. संजीव कुमार ने कहा कि पुष्प चक्र पटियाला से नायब तहसीलदार खुद लेकर आए थे। टायरों के पुष्प चक्र का सवाल ही पैदा नहीं होता। किसी की शरारत हो सकती है। वे इसका पता करेंगे।
शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा पर नाम लिख दिया राम रहीम सिंह आजाद
उधर, शहीद ऊधम सिंह ने सभी धर्मों को एक मानते हुए अपना नाम राम मोहम्मद आजाद रखा लेकिन फिरोजपुर के गुरुहरसहाय में में उनकी जिस प्रतिमा का अनावरण किया, उस पर उनका नाम राम रहीम सिंह आजाद लिख दिया गया। नाम गलत लिखने के कारण कंबोज महासभा ने नाराजगी जाहिर की है। गुरुहरसहाय के गांव मोहनके उताड़ में शहीद उधम सिंह पंजाब यूनिवर्सिटी में लगाई इस प्रतिमा का अनावरण कैबिनेट मंत्री पंजाब राणा गुरमीत सिंह सोढी ने किया। कंबोज महासभा के नेता मलकीत ¨थद ने कहा कि शहीद का नाम गलत लिखने से पता चलता है कि नेता शहीदों को लेकर कितने संजीदा है।
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